उत्तराखंड के प्राइमरी स्कूलों में सहायक अध्यापकों के भर्ती प्रक्रिया शुरू करने के आदेश के साथ डीएलएड प्रशिक्षितों में खींचतान शुरू हो गई है।
डीएलएड प्रशिक्षण ले रहे और प्रशिक्षण पूरा कर चुके अभ्यर्थी एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। वही प्रशिक्षण अवधि में एक दूसरे पर आचरण नियमावली के उल्लंघन का आरोप प्रत्यारोप लग रहे हैं।
शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत के निर्देश पर शासन से भर्ती के आदेश शुरू हो चुके हैं। जिला स्तर पर नौ नवंबर तक आवेदन प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं। वही डीएलएड प्रशिक्षित पिछले लंबे समय से भर्ती की मांग कर रहे हैं।
उन्होंने शिक्षा निदेशालय में इसे लेकर धरना भी दिया। भर्ती प्रक्रिया में देरी को लेकर उन्हें काफी संदेह और डीएलएड का प्रशिक्षण ले रहे है, अभ्यर्थी शामिल हो पाएं, इसलिए देरी की जा रही है, जो गलत है। इस बार भर्ती में एनआईओएस डीएलएड प्रशिक्षकों भी प्रशिक्षण ले रहे हैं।
अभ्यर्थियों के आचरण नियमावली के उल्लंघन के आरोप लगाए हैं। इससे पूर्व विभागीय स्तर पर प्रशिक्षण ले रहे अभ्यर्थियों से स्पष्टीकरण भी मांगा गया था। उनकी ओर से एससीईआरटी निदेशक को 31 अक्तूबर को लिखित रूप में जवाब भी दे दिया है।
इसमें उन्होंने कहा कि वरिष्ठ डीएलएड प्रशिक्षित उन पर असत्य और निराधार आरोप लगा रहे हैं। साथ ही शिक्षा सचिव के पास डीएलएड के संबंध में जानकारी लेने के बाद भी स्वीकार की है। अब इसे डीएलएड कर चुके अभ्यर्थी मुद्दा बना रहे हैं।
