अरब सागर और दक्षिण पूर्वी बंगाल की खाड़ी में बना सिस्टम अब तेजी से मजबूत हो रहा है। मौसम विभाग का कहना है कि अगले चौबीस घंटे में यह सिस्टम चक्रवाती तूफान में बदल सकता है। आने वाले दो दिनों में इसके और ताकतवर होकर गंभीर चक्रवाती तूफान मोंथा बनने की संभावना है। बताया जा रहा है कि यह तूफान शाम तक आंध्र प्रदेश के तट से टकरा सकता है।
मौसम विभाग के मुताबिक मोंथा तूफान इस समय पोर्ट ब्लेयर से करीब छह सौ बीस किलोमीटर पश्चिम में है। चेन्नई से लगभग सात सौ अस्सी किलोमीटर दक्षिण पूर्व में और विशाखापट्टनम से करीब आठ सौ तीस किलोमीटर दक्षिण पूर्व दिशा में इसकी स्थिति बताई गई है। इसका रुख उत्तर पश्चिम दिशा में है और धीरे धीरे यह गंभीर रूप लेने की ओर बढ़ रहा है।
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार मोंथा तूफान के असर से आंध्र प्रदेश तेलंगाना उड़ीसा छत्तीसगढ़ और तमिलनाडु में 27 से 30 अक्टूबर तक भारी बारिश हो सकती है। प्रशासन ने एहतियात के तौर पर सभी तटीय इलाकों में सतर्कता बढ़ा दी है। भारतीय सेना को भी अलर्ट पर रखा गया है ताकि जरूरत पड़ने पर तुरंत राहत कार्य शुरू किए जा सकें।
दिल्ली एनसीआर में भी अगले कुछ दिनों में मौसम करवट ले सकता है। आईएमडी का कहना है कि 27 और 28 अक्टूबर की शाम या रात में हल्की बूंदाबांदी देखने को मिल सकती है। उत्तर प्रदेश में भी इसी दौरान बारिश का दौर शुरू होने की उम्मीद है। मौसम विभाग ने 27 अक्टूबर से अगले चार दिनों तक बारिश का अलर्ट जारी किया है।
बिहार में भी बंगाल की खाड़ी से उठे इस तूफान का असर दिख सकता है। विभाग के अनुमान के अनुसार 29 से 31 अक्टूबर के बीच राज्य में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। कुछ जिलों में गरज चमक के साथ तेज हवाएं चलने की संभावना भी जताई गई है।
वहीं पहाड़ी राज्यों की बात करें तो जम्मू कश्मीर हिमाचल और उत्तराखंड में वेस्टर्न डिस्टरबेंस का असर देखने को मिल सकता है। 27 अक्टूबर को यहां हल्की बारिश हो सकती है जिससे ठंड में और बढ़ोतरी होने की उम्मीद है।
