जम्मू कश्मीर के उधमपुर जिले में शनिवार की सुबह उस वक्त हड़कंप मच गया जब सीआरपीएफ के जवानों को ले जा रही एक बस अनियंत्रित होकर करीब दो सौ फीट गहरी खाई में जा समाई । हादसा इतना भयानक था कि तीन जवानों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया जबकि पंद्रह अन्य गंभीर रूप से जख्मी हो गए ।
यह बस कंदवा से बसंतगढ़ की तरफ जा रही थी । बताया गया कि इसमें सीआरपीएफ की एक सौ सत्तासीवीं बटालियन के अठारह जवान सवार थे । सुबह साढ़े दस बजे के आसपास यह हादसा हुआ जब अचानक बस का नियंत्रण बिगड़ा और वह सीधी खाई में लुढ़कती चली गई । चारों तरफ अफरा तफरी मच गई और आसपास के इलाकों में सनसनी फैल गई ।
जैसे ही हादसे की खबर प्रशासन और पुलिस को लगी वैसे ही राहत और बचाव दल मौके की ओर रवाना हो गया । स्थानीय लोगों ने भी बिना देर किए मदद शुरू कर दी । घायलों को आनन फानन में बसंतगढ़ अस्पताल पहुंचाया गया जिनमें से कई की हालत नाजुक बताई जा रही है ।
घटना के बाद केंद्रीय मंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने ट्वीट करते हुए दुख जताया । उन्होंने कहा कि जवानों की शहादत की खबर बेहद पीड़ादायक है और उन्होंने डीसी सलोनी राय से पूरी जानकारी ली है जो खुद घटनास्थल पर मौजूद हैं और हालात पर नजर रखे हुए हैं । मंत्री ने बताया कि राहत कार्य युद्ध स्तर पर जारी है और हरसंभव मदद पहुंचाई जा रही है ।
उधर एडिशनल एसपी संदीप भट ने भी जानकारी दी कि पुलिस की टीम ने तुरंत मौके पर पहुंचकर घायलों को सुरक्षित बाहर निकाला और अस्पताल तक पहुंचाया । अभी सभी को प्राथमिक इलाज दिया जा रहा है ।
हालांकि अब सबसे बड़ा सवाल यही उठ रहा है कि आखिर बस खाई में कैसे गिर गई । कुछ लोग सड़क की खराब हालत को जिम्मेदार बता रहे हैं तो कुछ का कहना है कि शायद वाहन में कोई तकनीकी खराबी आ गई थी लेकिन इसकी पुष्टि अभी तक नहीं हो पाई है । प्रशासन ने इस पूरे मामले की गहराई से जांच के आदेश दे दिए हैं ।
शहीद हुए जवानों के नाम सामने आने के बाद उन्हें पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी जाएगी । स्थानीय लोगों ने भी उनके बलिदान को नमन करते हुए गहरा दुख जताया है । उनका कहना है कि ऐसे बहादुर सैनिकों का यूं चले जाना पूरे देश के लिए बहुत बड़ी क्षति है ।
