द्वाराहाट : भगतोला मोटरमार्ग पर स्थित मां सिद्धिदात्री धाम में चल रहे देवी भागवत कथा और चारों वेदों के पाठ से वातावरण भक्तिमय बना हुआ है।
प्रतिदिन सैकड़ों श्रद्धालु सिद्धिदात्री धाम पहुंच विभिन्न अनुष्ठानों का लाभार्जन कर रहे हैं। मंगलवार को आयोजन के पांचवें दिन अयोध्या धाम से पधारे कथावाचक दासरथी महाराज ने देवी भागवत पुराण को साक्षात मां दुर्गा का रूप बताया। कहा कि सत, रज और तम गुणों से युक्त देवी भगवती इस ब्रह्मांड की उत्पत्ति का कारक है। प्रकृति स्वरूपा माता का अंश प्रत्येक स्त्री में विद्यमान है। अत: महिलाओं के प्रति सम्मान व्यक्त करने वाला व्यक्ति सभी कष्टों से दूर रहता है।
दस दिवसीय इस धार्मिक कार्यक्रम में प्रत्येक दिन शतचंडी पाठ, रुद्राभिषेक तथा चारों वेदों का पाठ वाराणसी के वेदपाठी कर रहे हैं। समस्त अनुष्ठानों में पीतांबर कांडपाल व पुष्पा कांडपाल, केवलानंद व पद्मा, प्रकाश व रूपा कांडपाल, भूपेंद्र व प्रीति कांडपाल, राकेश व मेघा कांडपाल, गोविंद व प्रेषिता कांडपाल, हरीश व लीना कांडपाल, हिमांशु व विभा तथा भूपेश व मेघा कांडपाल यजमान की भूमिका निभा रहे हैं। आयोजकों ने बताया कि दो नवंबर को महा भंडारा तथा प्रसाद वितरण के साथ पारायण होगा।
