अल्मोड़ा: कांग्रेस कार्यकर्ताओ ने अंकिता भंडारी हत्याकांड में कथित रूप से सोशल मीडिया में भाजपा से जुड़े बड़े नेता का नाम आने के बाद अल्मोड़ा में विरोध प्रदर्शन कर पुतला दहन किया।
इस मौके पर कांग्रेस जिलाध्यक्ष भूपेंद्र सिंह भोज ने कहा की अंकिता भंडारी हत्याकांड में भाजपा से जुड़े इस बड़े नेता का नाम सामने आना इस बात का स्पष्ट प्रमाण है कि सत्ता के संरक्षण में अपराधियों को बचाने का प्रयास किया गया।
यह मामला केवल एक हत्या नहीं, बल्कि न्याय व्यवस्था पर सीधा हमला है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी शुरू से कहती रही है कि इस जघन्य अपराध में प्रभावशाली लोगों को बचाने की साजिश रची गई। आज जब नाम सामने आया है, तो भाजपा सरकार की कथित “जीरो टॉलरेंस” नीति पूरी तरह बेनकाब हो गई है।
कहा कि “कांग्रेस की स्पष्ट मांग है कि इस पूरे मामले की स्वतंत्र एवं निष्पक्ष जांच हो।
इस हत्याकांड से जुड़े सभी प्रभावशाली लोगों को कानून के कटघरे में लाया जाए।
भाजपा सरकार यह स्पष्ट करे कि अब तक ऐसे नामों को क्यों छिपाया गया।”
उन्होंने कहा कि अंकिता भंडारी को न्याय दिलाने के लिए कांग्रेस हर स्तर पर संघर्ष जारी रखेगी। दोषियों को बचाने वालों को भी बख्शा नहीं जाना चाहिए। उत्तराखंड की जनता सच जानना चाहती है और कांग्रेस उनकी आवाज बनकर लड़ती रहेगी।
पुतला दहन कार्यक्रम मे नगर अध्यक्ष तारा चंद्र जोशी, महिला जिलाध्यक्ष राधा बिष्ट, दीप डांगी, प्रकाश चंद्र जोशी,नारायण दत्त पाण्डेय पूरन रौतेला, दिनेश नेगी मनोज वर्मा हर्ष कनवाल, विनोद वैष्णव निज़ाम कुरैशी,अम्बी राम आर्या, अख्तर हुसैन भैरव गोस्वामी अजित कार्की, प्रीति बिष्ट, दिनेश पिलख्वाल, गीता मेहरा सुशील साह रमेश भाकुनी,संजय दुर्गापाल गौरव वर्मा, वकुल साह, अमर बिष्ट, वैभव पाण्डेय, लीला जोशी,देव सिंह कनवाल, रविंद्र टम्टा, बाल विक्रम, गोविन्द मेहरा, गौरव वर्मा परितोष जोशी, गोविन्द बाल्टियाल, मनोज बिष्ट, दीपेश कांडपाल, पंकज पाठक, राहुल अधिकारी, कार्तिक साह अमरीश कुमार उपस्थित रहे।
