देहरादून। सचिवालय में बुधवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में एक अहम बैठक हुई। इसमें टिहरी लोकसभा क्षेत्र की विधानसभा सीटों में चल रहे कामों और मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणाओं की स्थिति पर चर्चा हुई। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से साफ शब्दों में कहा कि विधायकों की ओर से जो जनसमस्याएं सामने लाई जा रही हैं उन्हें पूरी गंभीरता से लिया जाए। उन्होंने कहा कि कोई भी काम सिर्फ कागजों तक सीमित न रहे। असल में जमीन पर उतरकर उसका असर दिखना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव को सख्त हिदायत दी कि विधानसभा क्षेत्रवार कामों की समीक्षा खुद उनके स्तर से होनी चाहिए। साथ ही विभागीय सचिवों को कहा गया कि वे अपने-अपने विभागों में चल रहे प्रोजेक्ट्स की लगातार निगरानी करें। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि वे खुद हर तीन महीने में लोकसभा क्षेत्र की विधानसभाओं में हो रहे कामों की समीक्षा करेंगे। इस बैठक में कई विधायक मौजूद रहे जिन्होंने अपने क्षेत्रों की समस्याएं रखीं। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि अगले एक हफ्ते में सभी समस्याओं पर हुई कार्रवाई की जानकारी संबंधित विधायकों और मुख्यमंत्री कार्यालय को दी जाए।
मुख्यमंत्री ने यह भी साफ किया कि जनता की परेशानियों को दूर करना सरकार की सबसे बड़ी जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि बरसात के मौसम के बाद निर्माण से जुड़े सभी प्रोजेक्ट्स में तेजी लाई जाए। उन्होंने विधायकों से यह भी अपील की कि वे अपनी विधानसभा क्षेत्रों में छोटे बड़े सभी जरूरी कामों का ब्योरा भेजें ताकि सरकार उन्हें प्राथमिकता से पूरा करा सके।
मुख्यमंत्री ने अफसरों को निर्देश दिए कि जितनी भी योजनाएं अभी अधूरी हैं उनकी नियमित मॉनिटरिंग की जाए और उन्हें समयसीमा के भीतर हर हाल में पूरा किया जाए। बैठक में जानकारी दी गई कि टिहरी लोकसभा क्षेत्र में मुख्यमंत्री ने अब तक चार सौ उनहत्तर घोषणाएं की हैं जिनमें से तीन सौ पांच पूरी हो चुकी हैं। बाकी पर तेजी से काम जारी है।
मुख्य सचिव आनंद वर्द्धन ने सभी जिलाधिकारियों और विभागीय सचिवों को निर्देश दिए कि जो भी समस्याएं विधायकों ने बताई हैं उन पर फौरन काम शुरू हो। मुख्यमंत्री घोषणाओं से जुड़े प्रोजेक्ट्स की जानकारी विधायकों और घोषणा सेल तक जरूर पहुंचे। उन्होंने दोनों मंडलायुक्तों को कहा कि वे विधायकों और अधिकारियों के बीच संवाद की कड़ी बनें ताकि जनता की दिक्कतों का समय पर हल निकल सके।
