उत्तरकाशी आपदा के बाद एक्शन में मुख्यमंत्री धामी, हालात का हवाई जायजा लेकर राहत कार्यों को तेज़ करने के निर्देश

मुख्यमंत्री ने राहत कार्यों में लगे अधिकारियों और सेना के प्रतिनिधियों से सीधे बातचीत कर पूरी स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने साफ निर्देश दिए कि…

मुख्यमंत्री ने राहत कार्यों में लगे अधिकारियों और सेना के प्रतिनिधियों से सीधे बातचीत कर पूरी स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने साफ निर्देश दिए कि हर प्रभावित तक बिना देरी मदद पहुंचाई जाए और राहत कार्यों में किसी तरह की ढिलाई न बरती जाए।

मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रभावित इलाके में मेडिकल और रेस्क्यू कैंप्स लगाए जा चुके हैं। लोगों को खाना, दवाइयां और जरूरी सामान मुहैया कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राहत और बचाव का काम युद्धस्तर पर किया जा रहा है ताकि किसी की जान खतरे में न पड़े।

इस बीच भारतीय वायुसेना के चिनूक और एमआई-17 हेलीकॉप्टर भी पूरी तरह अलर्ट मोड पर हैं, जो किसी भी स्थिति में तुरंत मदद के लिए तैनात किए जा सकते हैं। मुख्यमंत्री ने दोहराया कि राज्य सरकार हर प्रभावित तक मदद पहुंचाने के लिए पूरी तरह से कटिबद्ध है और यह उसका सर्वोच्च दायित्व है।

मुख्यमंत्री ने राहत कार्यों में लगे अधिकारियों और सेना के प्रतिनिधियों से सीधे बातचीत कर पूरी स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने साफ निर्देश दिए कि हर प्रभावित तक बिना देरी मदद पहुंचाई जाए और राहत कार्यों में किसी तरह की ढिलाई न बरती जाए।

मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रभावित इलाके में मेडिकल और रेस्क्यू कैंप्स लगाए जा चुके हैं। लोगों को खाना, दवाइयां और जरूरी सामान मुहैया कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राहत और बचाव का काम युद्धस्तर पर किया जा रहा है ताकि किसी की जान खतरे में न पड़े।

इस बीच भारतीय वायुसेना के चिनूक और एमआई-17 हेलीकॉप्टर भी पूरी तरह अलर्ट मोड पर हैं, जो किसी भी स्थिति में तुरंत मदद के लिए तैनात किए जा सकते हैं। मुख्यमंत्री ने दोहराया कि राज्य सरकार हर प्रभावित तक मदद पहुंचाने के लिए पूरी तरह से कटिबद्ध है और यह उसका सर्वोच्च दायित्व है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बुधवार को उत्तरकाशी के धराली क्षेत्र में आई आपदा के बाद हालात का जायजा लेने पहुंचे। उन्होंने सबसे पहले हवाई सर्वेक्षण कर नुकसान की स्थिति देखी, इसके बाद उत्तरकाशी के आपदा नियंत्रण कक्ष से पूरे राहत और बचाव अभियान की समीक्षा की।

मुख्यमंत्री ने राहत कार्यों में लगे अधिकारियों और सेना के प्रतिनिधियों से सीधे बातचीत कर पूरी स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने साफ निर्देश दिए कि हर प्रभावित तक बिना देरी मदद पहुंचाई जाए और राहत कार्यों में किसी तरह की ढिलाई न बरती जाए।

मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रभावित इलाके में मेडिकल और रेस्क्यू कैंप्स लगाए जा चुके हैं। लोगों को खाना, दवाइयां और जरूरी सामान मुहैया कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राहत और बचाव का काम युद्धस्तर पर किया जा रहा है ताकि किसी की जान खतरे में न पड़े।

इस बीच भारतीय वायुसेना के चिनूक और एमआई-17 हेलीकॉप्टर भी पूरी तरह अलर्ट मोड पर हैं, जो किसी भी स्थिति में तुरंत मदद के लिए तैनात किए जा सकते हैं। मुख्यमंत्री ने दोहराया कि राज्य सरकार हर प्रभावित तक मदद पहुंचाने के लिए पूरी तरह से कटिबद्ध है और यह उसका सर्वोच्च दायित्व है।