ज्ञापन में कहा कि कतिपय लोगों द्वारा कार्यों में किया जा रहा है व्यवधानपूरी लगन और निष्ठा के साथ कार्य करने पर भी कुछ लोगों द्वारा किया जा रहा है दुर्व्यवहार।
काली पट्टी बांध कर किया गया कार्य, जताया रोष।
चौखुटिया:: चौखुटिया अस्पताल के मेडिकल स्टाफ द्वारा उनके साथ हो रहे दुर्व्यवहार और अपमानजनक भाषा के प्रति गहरा रोष व्यक्त किया गया है।
समस्त स्टाफ द्वारा जिलाधिकारी और प्रांतीय चिकित्सा संघ को उपजिलाधिकारी द्वाराहाट के माध्यम से ज्ञापन दिया गया है।
ज्ञापन में उनके द्वारा हो रहे भेदभाव तथा दुर्व्यवहार को उजागर किया गया है। ज्ञापन में कहा गया है कि कुछ दिनों से सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र चौखुटिया में आये दिन असमाजिक तत्वों द्वारा राजकीय कार्यों में व्यवधान उत्पन्न किया जा रहा है तथा चिकित्सकों को डराया, धमकाया जा रहा है। चिकित्सालय परिसर में नारेबाजी कर भय का माहौल उत्पन्न किया जा रहा है। ज्ञापन में कहा गया कि सभी चिकित्सक पूर्ण मनोयोग के सांथ 24X7 उपलब्ध संसाधनों के साथ यथा सम्भव स्वास्थ्य सेवायें प्रदान करने का कार्य कर रहे हैं, किन्तु उपरोक्त परिस्थितियों में कार्य किया जाना सम्भव नहीं हो पा रहा है।
चिकित्सालय में महिला चिकित्सकों के साथ बाहरी व्यक्तियों द्वारा अपशब्द का इस्तेमाल कर इन्हें धमकाया जा रहा है। इसके बावजूद भी समस्त चिकित्सक पूर्ण मनोयोग व निष्ठा से धैर्य व सहनशीलता का परिचय देते हुये चिकित्सकीय सेवायें उपलब्ध करा रहे हैं।
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, चौखुटिया में तैनात डॉक्टरों की शिकायत है कि हाल में ही एक व्यक्ति जो चिकित्सालय में भर्ती तथा अन्य व्यक्ति जो चिकित्सालय में आये थे उनके द्वारा डॉक्टर के साथ अभद्र व्यवहार किया गया एवं चिल्लाकर बात की गयी तथा बिना अनुमति के डॉक्टर वीडियो बनाने लग गये एवं विरोध करने पर उक्त व्यक्ति द्वारा वीडियो बनाना बंद कर दिया गया।
इसके अलावा एक अन्य घटना दिनांक 21 अक्टूबर को मरीज के तीमारदार द्वारा डॉ. के साथ अभ्रद व्यवहार करते हुये बाहर मिलने की धमकी भी दी गयी। यही नहीं चिकित्सालय में कार्यरत अन्य महिला चिकित्साधिकारी का कहना है कि अवगत 10 अक्टूबर की रात को एक महिला मरीज के साथ आये तीमारदार द्वारा उनके साथ अभद्र व्यवहार किया गया।
अस्पताल में कार्यरत दोनो महिला चिकित्साधिकारी के साथ किये गये अभद्र व्यवहार व दी गयी धमकी से अपनी जान-माल को खतरा बताते हुये मेडिकल स्टाफ द्वारा कार्य करने में असमर्थता व्यक्त की गयी है।
ज्ञापन में कहा गया है कि दोनो महिला चिकित्साधिकारी द्वारा अपना कार्य पूर्ण निष्ठा से किया जा रहा है, किन्तु उपरोक्त घटना को देखते हुये उन्हें ठीक प्रकार से कार्य करने में परेशानी का सामना करना पड रहा है। साथ ही बिना अनुमति और बिना पक्ष जाने वीडियो बनाये जा रहे हैं तथा सोशल मीडिया पर भी चलाये जा रहे है, जिससे डॉक्टर एवं समस्त स्टाफ के आत्मसम्मान, मनोबल एवं मानसिक स्थिति को गहरा आघात पहुंच रहा है। उक्त घटनाओं की शिकायत उनके द्वारा दिनांक 24अक्टूबर को अपर मुख्य चिकित्साधिकारी अल्मोड़ा को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, चौखुटिया के भ्रमण के दौरान मौखिक रूप से की गयी तथा गहरा रोष प्रकट किया गया।
यही नहीं 23 अक्टूबर को को लगभग 2 बजे कुछ व्यक्तियों द्वारा चिकित्सालय परिसर में आकर डा० विरुद्ध खुलेआम नारेबाजी, गाली गलौज तथा अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया था, जिसकी कुछ वीडियो के भाग सोशल मीडिया/फेसबुक में अपलोड की गयी है, एवं सम्बन्धित सभी व्यक्ति उस वीडियो में उनके विरूद्ध खुलेआम नारेबाजी, गाली गलौज तथा अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुये नजर आ रहे हैं। वीडियो में उनके द्वारा यह अरोप लगाया जा रहा था कि जो व्यक्ति चिकित्सालय में भर्ती थे उन्हें समय पर उपचार तथा भोजन प्रदान नहीं किया जा रहा है, जबकि समय-समय पर चिकित्सक एवं ड्यूटी पर तैनात उनके स्टाफ द्वारा उन्हें उपचार प्रदान किया गया तथा भोजन की व्यवस्था की गयी। जिसकी रिकार्डिंग चिकित्सालय के सी०सी०टी०वी० कैमरे के डाटा में उपलब्ध है तथा उपचार का संपूर्ण विवरण बी०एच०टी० में उपलब्ध है। प्रशासन एवं पुलिस के तत्काल दखल के बाद शान्ति व्यवस्था बहाल की गयी तथा सम्बन्धित व्यक्ति परिसर से चले गये।
ज्ञापन में आगे कहा गया है कि उक्त व्यक्तियों के द्वारा किये गये अभद्र व्यवहार, खुले आम नारेबाजी तथा गाली गलौज के कारण स्टाफ अत्यन्त मानसिक पीड़ा में हैं। साथ ही विगत कुछ समय से कुछ व्यक्तियों द्वारा एक षड्यंत्र एवं सुनियोजित तरीके से प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष सभी घटनाओं को चिकित्सालय से जोड़कर चिकित्सकों एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, चौखुटिया की व्यवस्थाओं पर आरोप लगाकर बिना उनका पक्ष सुने वीडियो इत्यादि प्रसारित किये जा रहे हैं। जिस कारण हमारे मनोबल पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है, तथा हमारे पारिवारिक सदस्य भी मानसिक रूप से परेशान हैं।
ज्ञापन में मेडिकल स्टाफ द्वारा कहा गया है कि उनके द्वारा विगत कई वर्षों से कार्य किया जा रहा है, तथा सभी कार्मिक स्थानीय जनता का भी पूर्ण सम्मान करते हैं, तथा जनता द्वारा भी हमें पूर्व एवं वर्तमान में अच्छा सहयोग एवं सम्मान दिया जाता है। लेकिन कतिपय लोगों द्वारा कार्यों में व्यवधान डालकर चिकित्सा व्यवस्था को नकारात्मक रूप से प्रभावित किया जा रहा है।
चौखुटिया अस्पताल में अप्रैल 2025 से वर्तमान तक 20615 व्यक्तियों की ओपीडी की गई 2337 आपातकालीन सेवाएं दी गई, 1033 आईपीडी तथा 126 सामान्य प्रसव कराए गए हैं।
ज्ञापन में मेडिकल स्टाफ द्वारा कहा गया कि उपरोक्त सेवायें प्रदान करने के बावजूद भी यदि इसी प्रकार हमारा मानसिक उत्पीड़न किया गया तो उक्त परिस्थितियों में कार्य किया जाना सम्भव नहीं हो पायेगा तथा समस्त चिकित्सक कार्य बहिष्कार करने हेतु बाध्य होंगे, इसी क्रम में मेडिकल स्टाफ द्वारा काली पट्टी बांध कर कार्य करते हुए अपना रोष व्यक्त किया गया।
उन्होंने प्रशासन से निष्पक्ष जांच कराने का भी अनुरोध किया है।


