केंद्रीय जांच ब्यूरो ने कहा कि पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव से जुड़े जमीन के बदले नौकरी घोटाला के मामले में वरिष्ठ अधिकारियों पर नौकरी के आवेदनों को शीघ्रता से निपटने के लिए दबाव डाला गया था।
सीबीआई का कहना है कि लालू प्रसाद यादव ने अभ्यार्थियों या उनके रिश्तेदारों से काफी कम कीमत पर या उपहार के रूप में जमीन लेकर उन्हें नौकरियां दिलवाई।
विशेष सीबीआई न्यायाधीश विशाल गोगने जमीन के बदले नौकरी घोटाला मामले में आरोपों पर बहस सुन रहे हैं। बहस के दौरान, विशेष लोक अभियोजक (एसपीपी) डीपी सिंह ने आरोप पत्र और अभियोजन पक्ष के गवाहों का हवाला दिया, जिसमें महाप्रबंधक स्तर के एक वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल थे।
यहां भी बताया गया कि वरिष्ठ अधिकारियों पर प्रक्रिया में तेजी लाने और उम्मीदवारों की सूची को मंजूरी देने का दबाव भी बनाया गया था।
इसके बाद कुछ उम्मीदवारों को मंजूरी दे दी गई थी।
सुनवाई की पिछली तारीख पर सीबीआई ने रेलवे में ग्रुप डी की नौकरियों के लिए भर्ती में कथित खामियों को उजागर किया, जिसमें कथित तौर पर लालू यादव और उनके परिवार के सदस्यों को बेची गई या उपहार में दी गई जमीन शामिल थी।
