भारतीय सेना के शहीद कैप्टन अंशुमान सिंह के पिता रवि प्रताप सिंह और माता मंजू देवी ने अपनी विधवा बहू स्मृति सिंह (अंशुमान सिंह की पत्नी) पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
वही अब बहू स्मृति सिंह ने भी मुआवजे का पैसा और कीर्ति चक्र ले जाने के सास-ससूर के आरोपों पर चुप्पी तोड़ी है।
जुलाई 2023 में सियाचिन में आग लगने की घटना में शहीद हुए कैप्टन अंशुमान सिंह के माता-पिता ने कहा कि उनकी बहू स्मृति उनके बेटे को मरणोपरांत सरकार द्वारा प्रदान किया गया कीर्ति चक्र, उनके फोटो एलबम, कपड़े समेत अन्य यादों को साथ गुरदासपुर स्थित अपने घर ले गई हैं।
शहीद कैप्टन अंशुमान सिंह की विधवा पत्नी स्मृति सिंह ने कहा है कि, ”मुझे अभी इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। जिसकी जैसी सोच है, वो वैसा ही कहेगा। मुझे कोई आपत्ति नहीं है। अभी मैं बाहर हूं। मैंने अब तक उनका (अंशुमान सिंह के माता-पिता) वीडियो नहीं देखा है। पहले वीडियो देखूंगी तब कॉल करेंगे।”
बता दें कि शहीद कैप्टन अंशुमान सिंह की विधवा पत्नी स्मृति सिंह पेशे से इंजीनियर हैं और उनके माता-पिता स्कूल के प्रधानाचार्य हैं। रिपोर्ट के अनुसार स्मृति सिंह के माता-पिता ने पूरे मामले पर बोलने से इनकार कर दिया है। स्मृति सिंह के पिता राजेश सैनी ने कहा है कि वह इस पूरे मामले पर कुछ नहीं बोलना चाहते हैं।कहा स्मृति ही इस मामले पर अपना पक्ष देगी। हमारे परिवार के बाकी किसी सदस्य को स्मृति के सास-ससुर के आरोपों पर कुछ भी नहीं कहना है।
