देहरादून में रिटायर्ड न्यायमूर्ति यूसी ध्यानी की अध्यक्षता में यूकेएसएसएससी स्नातक स्तरीय भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले की जांच जारी है। इसी क्रम में एक जनसंवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें कई अभ्यर्थी और कोचिंग संचालक शामिल हुए। उन्होंने अपनी परेशानियां और सुझाव सीधे आयोग के सामने रखे। अधिकांश अभ्यर्थियों ने 21 सितंबर को हुई परीक्षा को रद्द करने और एक महीने के भीतर दोबारा परीक्षा कराने की मांग उठाई।
नैनीताल हाईकोर्ट से रिटायर्ड न्यायमूर्ति यूसी ध्यानी की अध्यक्षता वाली एकल सदस्यीय जांच आयोग की टीम हल्द्वानी और रुद्रपुर के बाद देहरादून पहुंची। आयोग ने अभ्यर्थियों और कोचिंग संचालकों से संवाद कर उनकी शिकायतें और सुझाव सुने। आयोग का कहना है कि वे अपनी रिपोर्ट जल्द तैयार कर राज्य सरकार को सौंपेंगे और जल्द ही अन्य जिलों में भी जनसंवाद कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।
21 सितंबर को आयोजित परीक्षा के दौरान प्रश्न पत्र के फोटो परीक्षा शुरू होने के 35 मिनट के भीतर बाहर आने की घटना सामने आई थी। शुरुआती जांच में पता चला कि यह लक्सर स्थित आदर्श बाल सदन इंटर कॉलेज बहादुरपुर जट सेंटर से लीक हुआ। इस मामले में सेंटर में परीक्षा देने वाले खालिद मलिक और उसकी बहन साबिया को गिरफ्तार किया गया। वहीं प्रश्न पत्र को सॉल्व कर भेजने वाली राजकीय महाविद्यालय अगरौड़ा की असिस्टेंट प्रोफेसर सुमन को सस्पेंड कर दिया गया। इसके अलावा बहादुरपुर जट सेंटर में तैनात सेक्टर मजिस्ट्रेट, सब इंस्पेक्टर और कांस्टेबल को भी लापरवाही बरतने के कारण सस्पेंड किया गया।
जनसंवाद के दौरान अभ्यर्थियों ने पेपर लीक रोकने के उपाय सुझाए और आयोग को पत्र तथा साक्ष्य भी सौंपे। पंकज तिवारी नामक अभ्यर्थी ने कहा कि परीक्षा में अनियमितताएं हर बार हो रही हैं और आयोग को यह देखना चाहिए कि हॉल से लेकर आयोग तक परीक्षा में खामियां क्यों रह रही हैं। उन्होंने ओएमआर शीट में सुधार और नकल माफियाओं पर कार्रवाई की भी मांग रखी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बीती 29 सितंबर को देहरादून परेड ग्राउंड में धरनारत युवाओं से संवाद किया और मामले की सीबीआई जांच कराने तथा छात्रों पर दर्ज मुकदमे वापस लेने का आश्वासन दिया। इसके बाद युवाओं ने अपना धरना स्थगित कर दिया। जांच आयोग अब सभी जिलों में जनसंवाद के बाद अपनी रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंपेगा और उसके बाद ही परीक्षा रद्द करने या दोबारा आयोजित करने का निर्णय लिया जाएगा।
