कर्नाटक में बैल दौड़ प्रतियोगिता बनी मौत का खेल, चार लोगों की जान गई, आयोजकों और मालिकों पर केस दर्ज

हावेरी। कर्नाटक के हावेरी जिले में दिवाली के मौके पर आयोजित पारंपरिक बैल दौड़ प्रतियोगिता हादसे में बदल गई। अलग-अलग घटनाओं में चार लोगों की…

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हावेरी। कर्नाटक के हावेरी जिले में दिवाली के मौके पर आयोजित पारंपरिक बैल दौड़ प्रतियोगिता हादसे में बदल गई। अलग-अलग घटनाओं में चार लोगों की मौत हो गई, जबकि कई लोग घायल बताए जा रहे हैं। पुलिस ने आयोजकों और बैलों के मालिकों के खिलाफ लापरवाही का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

जानकारी के मुताबिक, दिवाली पर हावेरी जिले के कई गांवों में पारंपरिक तौर पर सजे-धजे बैलों को मंदिरों तक ले जाया जाता है। इस बार भी यही आयोजन हुआ, लेकिन कुछ बैल अचानक बेकाबू होकर भीड़ में घुस गए। इससे भगदड़ मच गई और चार लोगों की जान चली गई।

हावेरी की पुलिस अधीक्षक यशोदा वन्तागोडी ने बताया कि हादसों की जांच की जा रही है। शुरुआती जांच में सामने आया है कि परेड के दौरान बैलों को दौड़ने के लिए उकसाया गया था। इसी दौरान उन्होंने नियंत्रण खो दिया और लोगों को कुचल दिया। पुलिस ने अब तक हावेरी टाउन, ग्रामीण, अदुर और हनागल थानों में अलग-अलग एफआईआर दर्ज की हैं।

मृतकों में 40 वर्षीय श्रीकांत कोनानाकेरे शामिल हैं, जिन्हें गुरुवार को हनागल तालुक के यालावट्टी गांव में एक बैल ने सींग मार दी थी। गंभीर रूप से घायल श्रीकांत को हुबली के केआईएमएस अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। इसके अलावा बुधवार को तीन अन्य लोगों — चंद्रशेखर कोडिहल्ली (हावेरी शहर), घनीसब (देवीहोसुरु गांव) और भरत (तिलवल्ली) — की भी इसी तरह की घटनाओं में जान चली गई।

पुलिस अब यह भी जांच कर रही है कि क्या आयोजन से पहले बैलों को कोई उत्तेजक पदार्थ खिलाया गया था या इंजेक्शन दिया गया था, ताकि उन्हें आक्रामक बनाया जा सके। इसके लिए पशु चिकित्सा अधिकारियों की टीम से बैलों की जांच कराने का अनुरोध किया गया है।

एसपी यशोदा वन्तागोडी ने कहा कि भविष्य में ऐसे आयोजनों के लिए सरकार द्वारा तय सभी नियमों का सख्ती से पालन कराया जाएगा। उन्होंने चेतावनी दी कि किसी भी निजी व्यक्ति या संस्था को सक्षम प्रशासनिक अनुमति के बिना ऐसे सार्वजनिक आयोजन करने की इजाज़त नहीं दी जाएगी।