जब शरीर में खून की कमी की बात आती है तो ज्यादातर लोग सबसे पहले चुकंदर के बारे में सोचते हैं। महिलाएं और युवा इसे जूस या सलाद के रूप में नियमित रूप से लेने लगते हैं। लेकिन विशेषज्ञों की चेतावनी है कि यह हर किसी के लिए हमेशा सुरक्षित नहीं होता है। चुकंदर में आयरन की मात्रा बहुत कम होती है और यह शरीर में आसानी से नहीं पचता। इसलिए इसे खून बढ़ाने के लिए भरोसेमंद नहीं माना जा सकता है।
चुकंदर का ज्यादा सेवन या गलत तरीके से खाने से शरीर को नुकसान भी हो सकता है। लो ब्लड प्रेशर वाले लोग इसे लेने से पहले डॉक्टर की सलाह लें क्योंकि यह ब्लड प्रेशर को कम कर सकता है। लगातार सेवन से चक्कर आना, कमजोरी या बेहोशी जैसी समस्याएं हो सकती हैं। चुकंदर में ऑक्सलेट की मात्रा अधिक होती है जो किडनी में पथरी का खतरा बढ़ा सकती है। इसलिए इसका सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए। नाइट्रेट्स की अधिकता लिवर पर दबाव डाल सकती है। लंबे समय तक ज्यादा खाने से लिवर में सूजन या संक्रमण जैसी समस्याएं हो सकती हैं। खाली पेट जूस या सलाद लेने से पेट में एसिडिटी, गैस, पेट फूलना और सिरदर्द जैसी परेशानियां हो सकती हैं। इसलिए इसे भोजन के साथ या बाद में ही लेना चाहिए। चुकंदर को आधा कप या लगभग 100 ग्राम से ज्यादा न लें और इसे उबालकर या सलाद में शामिल करें। गर्भवती महिलाएं, लो बीपी और किडनी या लिवर रोगी बिना डॉक्टर की सलाह के इसे न लें। इसे रोजाना नहीं बल्कि हफ्ते में दो से तीन बार ही लेना बेहतर होता है।
चुकंदर में फोलिक एसिड, विटामिन C, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो शरीर के लिए फायदेमंद हैं। लेकिन संतुलन बनाए रखना जरूरी है। ज्यादा खाने से शरीर की रसायन क्रिया प्रभावित हो सकती है। इसलिए अगली बार जब चुकंदर जूस या सलाद में डालें तो सोचिए कि आप अपने शरीर को पोषण दे रहे हैं या परेशानी।
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