सर्दियों के मौसम में तेजी से बदलाव के कारण बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। इस समय खाने-पीने पर विशेष ध्यान रखना जरूरी है, क्योंकि आपकी डाइट सीधे आपकी सेहत पर असर डालती है।
डायटीशियन प्रियांशी भटनागर ने बताया कि कुछ आमतौर पर हेल्दी समझी जाने वाली चीजें सर्दियों में सेहत के लिए हानिकारक हो सकती हैं। जो खासकर वजन बढ़ाने, ब्लड प्रेशर और शुगर लेवल में उतार-चढ़ाव का कारण बन सकती हैं।
फ्राइड फूड्स: सर्दियों में ज्यादा तली-भुनी चीजें खाने से बचें। इनमें कैलोरी और अनहेल्दी फैट ज्यादा होता है, जिससे पाचन धीमा हो सकता है और वजन बढ़ सकता है। इसके अलावा इससे इम्यूनिटी कमजोर होकर बीमारियों का खतरा बढ़ता है।
मसालेदार भोजन: मसाले का सेवन संतुलित मात्रा में करें। ज्यादा मसाले और तेल पेट की जलन और एसिडिटी बढ़ा सकते हैं। अत्यधिक मसाले से शरीर में गर्मी बढ़ सकती है और स्किन पर चकत्ते या खुजली जैसी परेशानियां हो सकती हैं।
मीठे पकवान: ठंड में मीठी चीजें ज्यादा खाने से शरीर में सूजन बढ़ सकती है। इससे सर्दी-जुकाम का खतरा बढ़ता है और वजन भी बढ़ता है। गुड़ या खजूर सीमित मात्रा में लेना बेहतर विकल्प है।
प्रोसेस्ड फूड्स: पैकेट में बंद स्नैक्स जैसे चिप्स और तली-भुनी चीजें सैचुरेटेड और ट्रांस फैट बढ़ाती हैं। इससे पेट और जोड़ों में समस्याएं हो सकती हैं और वजन भी बढ़ता है।
अल्कोहल और कैफिन: सर्दियों में पानी कम पीने के कारण अधिक शराब और कैफीन लेना शरीर में पानी की कमी पैदा कर सकता है। हाइपोथर्मिया का खतरा भी बढ़ता है। इसके बजाय गुनगुना पानी, हर्बल टी या हल्दी वाला दूध लेना बेहतर है।
खट्टे फल: खाली पेट खट्टे फल जैसे संतरा, अंगूर या मौसमी न खाएं। इनकी ठंडी तासीर गले में खराश, बलगम और सर्दी-जुकाम बढ़ा सकती है।
डायटीशियन की सलाह है कि सर्दियों में संतुलित और पोषणयुक्त आहार लें। यह शरीर को मजबूत रखता है और बीमारियों से बचाता है।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। इसे किसी दवा या इलाज के विकल्प के रूप में न लें। ज़रूरत होने पर अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
