नैनीताल जिले में तैनात पटवारी प्रकाश चंद्र देवतल्ला को रिश्वत मांगने के मामले में जिलाधिकारी ने निलंबित कर दिया है। बताया जा रहा है कि सोशल मीडिया पर पटवारी का रिश्वत मांगते हुए एक ऑडियो वायरल हुआ था जिसे गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी ने जांच करवाई। जांच में आरोप सही पाए जाने के बाद मंगलवार को प्रकाश चंद्र देवतल्ला को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर तहसील खनस्यूं में सम्बद्ध कर दिया गया है।
आरोप है कि पटवारी प्रकाश चंद्र देवतल्ला भूमि से जुड़े कार्यों और खसरा उपलब्ध कराने के नाम पर जानबूझकर देरी करते थे और इसके बदले 25 से 50 हजार रुपये तक की रिश्वत मांगते थे। यही नहीं सरकारी कार्यों में लापरवाही बरतने और जनता को अनावश्यक रूप से परेशान करने की शिकायतें भी उनके खिलाफ मिली थीं।
जांच के दौरान ऑडियो की आवाज पटवारी प्रकाश चंद्र देवतल्ला की ही पाई गई जिसके बाद जिलाधिकारी नैनीताल ने उन्हें निलंबित करने के साथ विभागीय जांच के भी आदेश जारी कर दिए हैं। जिलाधिकारी ने साफ किया है कि अगर पटवारी पर लगे आरोप विभागीय जांच में भी साबित होते हैं तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
जिलाधिकारी ने जिले के सभी कर्मचारियों को चेतावनी देते हुए कहा है कि सरकारी कार्यों में पारदर्शिता और ईमानदारी बरतना जरूरी है और किसी भी प्रकार की भ्रष्टाचार की शिकायत पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी। साथ ही आम जनता से भी अपील की गई है कि अगर कोई कर्मचारी रिश्वत की मांग करता है तो इसकी शिकायत सीधे जिला प्रशासन या टोल फ्री नंबर 1064 पर दर्ज कराई जा सकती है।
इससे पहले भी नैनीताल जिले में सरकारी कर्मचारियों पर रिश्वत मांगने के कई मामले सामने आ चुके हैं जिनमें कई कर्मचारी गिरफ्तार होकर जेल तक जा चुके हैं। प्रशासन का कहना है कि भ्रष्टाचार पर किसी भी स्तर पर समझौता नहीं किया जाएगा।
