इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर में बुधवार को बड़ा बदलाव देखने को मिला है। शेयर बाजार में वोल्टास और व्हर्लपूल के स्टॉक्स ने जोरदार छलांग लगाई है। व्हर्लपूल के शेयरों में पांच फीसदी से ज्यादा का उछाल दर्ज किया गया है और ये दिन के ऊपरी स्तर चौदह सौ पचपन रुपये तक पहुंच गए हैं। दूसरी तरफ वोल्टास के स्टॉक्स भी चढ़कर तेरह सौ इकतालीस रुपये पर कारोबार करते देखे गए हैं।
इस तेजी के पीछे वजह साफ है। जापानी कंपनी पैनासोनिक ने भारत में अपने कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स कारोबार को छोटा करने का फैसला ले लिया है। खासतौर पर फ्रिज और वॉशिंग मशीन जैसे प्रोडक्ट्स की बिक्री कंपनी अब बंद करने जा रही है। इस फैसले का सीधा फायदा उन कंपनियों को मिल रहा है जो पहले से ही इस सेक्टर में मजबूत स्थिति में हैं।
इकोनॉमिक टाइम्स में छपी जानकारी के अनुसार पैनासोनिक ने ये साफ कर दिया है कि वह भारत में फ्रिज और वॉशिंग मशीन की मैन्युफैक्चरिंग पूरी तरह से बंद कर देगा। इसके तहत हरियाणा के झज्जर में स्थित फैक्ट्री में इन प्रोडक्ट्स की उत्पादन लाइन को पूरी तरह से बंद किया जा रहा है। यह फैक्ट्री फिलहाल कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरिंग का काम भी करती है।
इस बदलाव के साथ ही कंपनी ने यह भी कहा है कि इसके चलते कुछ कर्मचारियों की छंटनी भी करनी पड़ेगी। हालांकि पैनासोनिक ने वादा किया है कि जिन कर्मचारियों की नौकरी जाएगी उन्हें पूरी मदद और सपोर्ट दिया जाएगा। कंपनी टेलीविजन एयर कंडीशनर और बाकी प्रोडक्ट्स के प्रोडक्शन में आगे भी बनी रहेगी।
पैनासोनिक के इस फैसले के बाद बाकी कंपनियों के लिए बाजार में अपने पैर फैलाने का बड़ा मौका मिल गया है। एक्सपर्ट्स मानते हैं कि इससे व्हर्लपूल और वोल्टास जैसी कंपनियां अपनी हिस्सेदारी को और मजबूत कर सकेंगी। बाजार से एक बड़े खिलाड़ी के हटने से प्रतिस्पर्धा में भी कमी आएगी और घरेलू कंपनियों को सीधा फायदा होगा।
