अंडा सच में शाकाहारी है या मांसाहारी, जानिए इससे जुड़ी सबसे अहम बातें और अक्सर पूछे जाने वाले सवालों के जवाब

अंडा हमेशा से लोगों की डाइट में खास जगह रखता आया है। इसे प्रोटीन का आसान जरिया माना जाता है। जो लोग जिम जाते हैं…

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अंडा हमेशा से लोगों की डाइट में खास जगह रखता आया है। इसे प्रोटीन का आसान जरिया माना जाता है। जो लोग जिम जाते हैं वो तो खास तौर पर इसे रोज खाते हैं ताकि शरीर को ताकत मिल सके। लेकिन एक सवाल अक्सर उठता है कि अंडा आखिर शाकाहारी है या मांसाहारी। कुछ लोग इसे बिना झिझक खाते हैं तो कुछ लोग धार्मिक वजह से दूर रहते हैं। यही बहस सालों से जारी है।

अगर विज्ञान की नजर से देखा जाए तो जो अंडे बाजार में बिकते हैं उनमें ज्यादातर नॉन फर्टिलाइज्ड होते हैं। मतलब ये कि मुर्गी अंडा तो देती है लेकिन उसके अंदर जीवन नहीं पलता। ऐसे अंडों से कोई चूजा नहीं निकलता। इसलिए वैज्ञानिक मानते हैं कि इन्हें शाकाहारी कहा जा सकता है। मगर चूंकि ये एक जीव यानी मुर्गी से मिलता है इसीलिए बहुत लोग इसे मांसाहारी मानते हैं।

अंडे में कई जरूरी पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसमें प्रोटीन की मात्रा अच्छी होती है। साथ में विटामिन डी, बी बारह, आयरन, जिंक और ओमेगा थ्री फैटी एसिड भी मिलते हैं। सफेद भाग में ज्यादातर प्रोटीन होता है जबकि जर्दी में हेल्दी फैट और विटामिन होते हैं। एक अंडा करीब छह ग्राम प्रोटीन और सत्तर कैलोरी देता है। इस वजह से इसे हेल्दी फूड कहा जाता है।

रोजाना एक या दो अंडे खाना ज्यादातर लोगों के लिए सुरक्षित माना जाता है। अगर किसी को दिल की बीमारी या कोलेस्ट्रॉल की दिक्कत नहीं है तो इसे डाइट में रखा जा सकता है। जिन लोगों को फैटी लिवर या हाई कोलेस्ट्रॉल की परेशानी है उन्हें जर्दी सीमित मात्रा में लेनी चाहिए।

अंडा खाने से वजन बढ़ता नहीं बल्कि घटता है। इसमें प्रोटीन ज्यादा और कार्बोहाइड्रेट बहुत कम होते हैं। यह पेट को लंबे समय तक भरा रखता है जिससे बार बार भूख नहीं लगती। नाश्ते में उबला हुआ अंडा या पोच्ड एग लेने से दिनभर एनर्जी बनी रहती है और कैलोरी कंट्रोल में रहती है।

जो लोग अंडा नहीं खाते उनके लिए भी कई विकल्प हैं। वे टोफू, पनीर, सोया चंक्स, दालें और क्विनोआ जैसे प्लांट बेस्ड प्रोटीन अपने खाने में शामिल कर सकते हैं। आजकल बाजार में ऐसे एग रिप्लेसर भी आ गए हैं जो बेकिंग और कुकिंग में अंडे जैसा काम करते हैं।

आखिर में यही कहा जा सकता है कि अंडा शाकाहारी है या मांसाहारी ये नजरिए की बात है। कुछ लोग इसे वैज्ञानिक दृष्टि से शाकाहारी मानते हैं तो कुछ धार्मिक कारणों से नहीं खाते। हर इंसान को अपनी सेहत और सोच के हिसाब से फैसला लेना चाहिए।

(डिस्क्लेमर। इस लेख में दी गई बातें सामान्य जानकारी पर आधारित हैं। किसी भी स्वास्थ्य संबंधी निर्णय से पहले डॉक्टर या एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें।)