भोजपुर जिले में बेटे के लव मेरिज करने से नाराज महिला ने अपने नवजात पोते को बेच दिया। जब बहू का बेटा हुआ तो उसने उसे वहीं पड़ोस की महिला की सहायता से रोहतास जिले के एक डॉक्टर को अपने पोते को 50 हजार रुपये में बेच दिया।
जानकारी के अनुसार भोजपुर जिले के गड़हनी क्षेत्र के अगिआंव का यह मामला है। जहां पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में सात दिसंबर को बच्चे को बेचा गया।
महिला ने अपने बेटे के बेटे को बेच डाला। महिला का बेटा चितरंजन नारायणपुरा गांव का निवासी है। जिसने अपनी पत्नी खुशबू कुमारी के साथ गड़हनी थाने में पहुंचकर इस मामले की रिपोर्ट 16 दिसंबर को दर्ज कराई है। जिस पर पुलिस ने चितरंजन की मां क्रिंता देवी और उसकी साथी तीन महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया है। महिला के पास से 49 हजार रुपये बरामद किए गए है।
पुलिस ने नाायणपुर गांव के निवासी पंकज रवानी की पत्नी क्रिन्ता देवी के अलावा इसी गांव की निवासी कविता शर्मा, आरा की निवासी चांदनी शर्मा व रोहतास जिले की प्रीति कुमारी को भी गिरफ्तार किया है। बच्चे को खरीदने वाला डॉक्टर अभी गायब है ,डॉक्टर का कुछ पता नहीं चल पाया है। गिरफ्तार चारों महिलाओं ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है, हालांकि बच्चा अब तक नहीं मिला है। पुलिस डॉक्टर को तलाश रही है।
आरोपी चांदनी शर्मा ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि, कविता शर्मा उसकी रिश्तेदार है। उसकी ही मदद से रोहतास के दिनारा में क्लीनिक चलाने वाले हुंकाडीह गांव के निवासी डॉक्टर दिलीप उर्फ हरिशंकर पंडित और उनके साथ काम करने वाली प्रीति कुमारी से बच्चे का सौदा किया गया था, और डॉक्टर दिलीप को 50 हजार रुपये में बच्चा बेचा गया था।
क्रिंता देवी ने पोते को बेचने के बाद अपनी बहू खुशबू कुमारी को घर में बंद कर दिया। वह पांच दिन बाद घर से भागने में सफल हो गई और आरा में अपने रिश्तेदार के घर पहुंच गई। इसके बाद वह पुलिस के पास पहुंची। खुशबू कुमारी की ओर से दर्ज कराई गई एफआईआर के मुताबिक जब उसका प्रसव होने वाला था तो क्रिंता देवी उसे 6 दिसंबर को अगिआंव के अस्पताल में ले गई थी। सात दिसंबर को उसके बेटे का जन्म हुआ था। इसके बाद वह और उसकी सास घर आ गईं। इसी बीच कविता देवी दो अन्य महिलाओं और एक पुरुष के साथ उसके बच्चे को ले गई। बच्चे के बारे में क्रिंता देवी ने उसे बताया कि उसे चांदनी शर्मा को दे दिया है। इसके बाद खुशबू कुमारी को घर में कैद कर दिया गया।
पुलिस अधिकारी कमलजीत के अनुसार आरोपियों से पूछताछ में पता चला है कि चितरंजन और उसकी पत्नी खुशबू कुमारी रिश्ते में चचेरे भाई-बहन हैं। दोनों ने प्रेम विवाह कर लिया था। इससे चितरंजन की मां क्रिंता देवी नाराज थी। उसने बेटे-बहू चितरंजन और खुशबू को अलग-अलग करने के लिए पोते को बेचने की साजिश की। उसके इस कृत्य में कविता शर्मा और चांदनी शर्मा ने उसकी मदद की। आरोपी डॉक्टर को पकड़ने की कोशिश की जा रही है।
