साइबर अपराधियों ने डालनवाला स्थित दून इंटरनेशनल स्कूल का मोबाइल ऐप हैक करते हुए अभिभावकों से ठगी का प्रयास किया।
अभिभावकों ने डेवलपमेंट के नाम पर 4990 की मांग की जा रही थी राहत की बात यह है की ठगी से पहले ही यह मामला सामने आ गया।
एसटीएफ के एसएसपी नवनीत भुल्लर ने बताया कि स्कूल के प्रधानाचार्य डॉ.दिनेश बर्तवाल की ओर से साइबर थाने में केस दर्ज कराया गया।
प्रधानाचार्य की ओर से शिकायत में कहा गया की स्कूल प्रबंधन की ओर से स्कूल पैड नाम का ऐप तैयार किया गया है।
इस ऐप से अभिभावकों को जोड़ा गया है जिसके माध्यम से अभिभावक बच्चों की फीस जमा कर सकते हैं। इसके साथ ही उन्हें समय पर स्कूल के बारे में जानकारी भी मिलती है। उन्होंने कहा कि बीती 25 जुलाई को कुछ अभिभावकों को इस ऐप के माध्यम से मैसेज भेजा गया।
इस स्कूल में एआई लैब के निर्माण के लिए उनसे चार हजार 990 रुपये जमा करने के लिए कहा गया। इसके लिए अभिभावकों को बाकायदा स्कैनर भेजा गया था।
फीस जमा नहीं करने पर विलंब शुल्क की चेतावनी भी दी गई है। मामला सामने आने के बाद स्कूल प्रबंधन और अभिभावकों ने बवाल मचा दिया। स्कूल को आशंका है कि बच्चों का डेटा और स्कूल की जानकारी लीक न हो जाए।
स्कूल ने अभिभावकों को इस मामले की जानकारी दे दी थी, साथ ही उनको सतर्क रहने के लिए कहा गया है। एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि मुकदमा दर्ज करते हुए छानबीन की जा रही है।
साइबर ठगों से ऐसे बचें
मोबाइल पर मिले किसी भी क्यूआर कोड को स्कैन न करें।
किसी भी अनजान लिंक को क्लिक नहीं करना चाहिए।
अज्ञात नंबरों से आने वाले मोबाइल कॉल से सतर्क रहें।
किसी को अपने बैंक खाते या व्यक्तिगत जानकारी नहीं दें।
ऑनलाइन मिली हर किसी जानकारी पर विश्वास न करें।
अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर अनजान लोगों को न जोड़ें।
ऑनलाइन मिले किसी भी प्रलोभन या फिर ऑफर पर कतई भरोसा न करें।
