बारिश की वजह से अल्मोड़ा हल्द्वानी एनएच के साथ वैकल्पिक मार्ग खैरना-रानीखेत पर भी मलबा आ गया। एक साथ दोनों सड़कों पर आना जाना बंद होने की वजह से यात्रियों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा।
बारिश के कारण क्वारब की बदहाल पहाड़ी और खतरनाक बन गई है। समय-समय पर पहाड़ी के दरकने की वजह से मालवा सड़क पर आ जाता है
बुधवार सुबह पहाड़ी के दरकने से पूरी सड़क मलबे से पट गई। इस कारण दिनभर अल्मोड़ा हल्द्वानी नेशनल हाईवे पर आवाजाही पूरी तरह से बाधित रही।
दिनभर क्वारब से यातायात बंद रहा। एनएच से आवाजाही करने वाले कई वाहन बिजी में फंस गए और कई वाहनों को तो वापस पीछे लौटना पड़ा। वही क्वारब की बदहाली के कारण लोग वैकल्पिक मार्ग खैरना-रानीखेत की शरण ले रहे थे, लेकिन इस राज्य राजमार्ग पर भी बुधवार सुबह कई जगहों पर मलबा आ गया।
इसकी वजह से इस वैकल्पिक मार्ग पर भी यातायात बंद हो गया। दोनों सड़कों पर यातायात बंद होने से यात्रियों की मुश्किलें काफी बढ़ गई। इसके अलावा 14 ग्रामीण सड़कों पर भी आवाजाही बंद रही। गोदी- खीड़ा-माईथान-बछुवाबान सड़क छठे दिन भी बंद रही।
इन सड़कों पर भी यातायात बाधित बुधवार को बौरमल्ला-बौरतल्ला, ज्वारनेड़ी-बसगांव, कालीका-दलमोटी, पीपना-मन्हेत-डंगूला, चमकना-अधे-थात, गुरूड़ाबांज-अंडोली, पच्चीसी-काटली, भाकुड़ा-तल्ली चनौली, गनाई-जौरासी, मंगलता-त्रिनैली, चलमोडी गाड़ा-कलोटा, जैंती-भनोली, पनुवानौला-वृद्ध जागेश्वर, वेतनधार-मारकुवा बाखाल सड़क पर आवाजाही बंद रही। हालांकि शाम तक कुछ सड़कों पर फिर से यातायात शुरू कर दिया गया।
गोदी-खीड़ा-माईथान-बछुवाबान मोटर मार्ग के टन्डौ रौ के पास भूस्खलन के चलते छठे दिन भी वाहन और पैदल आवागमन बंद रहा। इससे क्षेत्र वासियों को मुश्किलें झेलनी पड़ी। रातभर हुई बारिश सड़क साफ करने में जेसीबी मशीनों को परेशानी हो रही है। बुधवार को भी सड़क नहीं खुल पाई। सड़क बंद होने से जहां कुमाऊं -गढ़वाल का संपर्क टूटा है। वहीं स्थानीय ग्रामीणों को भी असुविधा झेलनी पड़ रही है।
रानीखेत खैरना मार्ग बाद में खोल दिया गया था।
