अल्मोड़ा के राजेंद्र राणा ने रचा इतिहास, क्रिकेट कोचिंग में किया हरियाणा टॉप

अल्मोड़ा,10 दिसंबर 2025आज पूरा अल्मोड़ा अपने एक बेटे के नाम पर गर्व से सर ऊँचा किए हुए है। लमगड़ा के गाँव चौमू के मूल निवासी…

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अल्मोड़ा,10 दिसंबर 2025
आज पूरा अल्मोड़ा अपने एक बेटे के नाम पर गर्व से सर ऊँचा किए हुए है। लमगड़ा के गाँव चौमू के मूल निवासी और अब खत्याड़ी के राजेंद्र सिंह राणा ने वो कर दिखाया है जो सपनों में ही देखा जाता है। उन्होंने देश के सबसे प्रतिष्ठित खेल विश्वविद्यालयों में से एक, हरियाणा के राज्य खेल विश्वविद्यालय (RCSPES, राई) से पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन स्पोर्ट्स कोचिंग (PGDSC) – क्रिकेट में पूरे हरियाणा राज्य में पहला स्थान हासिल किया है। 8 दिसंबर को हुए दीक्षांत समारोह में उन्हें यह सम्मान मिला।


इस कोर्स के लिए जहाँ देश के कोने-कोने से सबसे तेज दिमाग और नैसर्गिक प्रतिभा वाले खिलाड़ी और कोच जुटते हैं। ऐसी मंडली में अव्वल नंबर आना साबित करता है कि राजेंद्र में सिर्फ किताबी ज्ञान नहीं, बल्कि खेल की गहरी समझ और सिखाने का हुनर भी कूट-कूट कर भरा है।


सफलता का राज: मैदान का अनुभव और कोचिंग का जुनून
राजेंद्र की यह कामयाबी रातों-रात नहीं मिल गई। यह तो एक लंबे सफर का नतीजा है, जो खुद एक खिलाड़ी के तौर पर शुरू हुआ। उनकी उपलब्धियों की फेहरिस्त लंबी है:
कॉलेज स्तर पर तीन बार अंतर-महाविद्यालय चैंपियन बनने का गौरव।
दो बार नॉर्थ ज़ोन टूर्नामेंट में प्रदेश का प्रतिनिधित्व।
बास्केटबॉल जैसे दूसरे खेल में भी अंतर-महाविद्यालय चैंपियनशिप जीतकर अपनी बहुमुखी प्रतिभा का परिचय दिया।


खेलने का यह अनुभव ही उनकी असली ताकत बना। पिछले दो सालों से वह देहरादून के प्रतिष्ठित हेमवती नंदन बहुगुणा स्पोर्ट्स स्टेडियम और एक नामी निजी स्कूल में बच्चों को क्रिकेट के गुर सिखा रहे हैं। यही प्रैक्टिकल नॉलेज और जुनून उनकी पढ़ाई में चार चाँद लगा गया।
पहाड़ के हर सपने देखने वाले के लिए एक जीती-जागती मिसाल
राजेंद्र राणा की कहानी सिर्फ एक डिप्लोमा या मेडल की नहीं है। यह उन हजारों पहाड़ी युवाओं के लिए एक जबरदस्त प्रेरणा है, जिन्हें लगता है कि बड़े शहरों और बड़े संसाधनों के बिना बड़ी उपलब्धि हासिल नहीं हो सकती। उनकी सफलता चिल्ला-चिल्लाकर कह रही है कि अगर इरादे पक्के हों और मेहनत ईमानदार, तो पहाड़ की चढ़ाई भी चैंपियन बना सकती है।


उनके गाँव चौमू, लमगड़ा से लेकर पूरे अल्मोड़ा और उत्तराखंड में आज उनका नाम गूँज रहा है। उनकी इस ऐतिहासिक जीत ने साबित कर दिया है कि प्रतिभा किसी पिनकोड की मोहताज नहीं होती।


उत्तरा न्यूज की ओर से राजेंद्र सिंह राणा जी को इस शानदार उपलब्धि के लिए ढेरों बधाई और शुभकामनाएँ। आप आगे भी इसी तरह युवाओं को प्रेरित करते रहें और देश-प्रदेश का नाम रोशन करते रहें।

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