कहा अगर शिक्षा के माहौल में सुधार नहीं हुआ तो छात्र छात्राओं के साथ मिलकर संघर्ष करेंगे
अल्मोड़ा:: उत्तराखंड छात्र संगठन ने विश्विद्यालय प्रशासन को विश्वविद्यालय में लंबे समय से चल रहे अराजकता के माहौल पर नियंत्रण एवं शैक्षिक वातावरण पर सुधार करने हेतु एक ज्ञापन सौंपा।
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन की कमजोरी और अदूरदर्शिता के कारण विश्विद्यालय अराजकता का केंद्र बनता जा रहा है जिसे रोकना विश्विद्यालय की जिम्मेदारी है और विश्विद्यालय में पठन पाठन का माहौल न होने से आम छात्र छात्राएं चिंतित हैं और उनकी पढ़ाई प्रभावित हो रही है।
उत्तराखंड छात्र संगठन के प्रतिनिधि मंडल ने कुलपति कार्यालय व कुल सचिव को ज्ञापन दिया। ज्ञापन में कहा गया कि सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय बनने के बाद विश्विद्यालय अराजकता व गुंडागर्दी का केंद्र बनता जा रहा है।
विश्वविद्यालय में कतिपय संगठनों के बीच टकराव से छात्र समुदाय और अल्मोड़ा शहर में चिंता है। ये घटनाएं न केवल विश्विद्यालय परिसर की मर्यादा को ठेस पहुंचा रही हैं, बल्कि इससे परिसर का शैक्षणिक वातावरण भी अत्यंत प्रभावित हो रहा है।
उछास की संयोजक भावना पांडे ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन को इस तरह की घटनाओं पर गंभीरता से विचार करना चाहिए और शिक्षा के क्षेत्र को अराजकता का केंद्र बनने से रोकना चाहिए। अगर ऐसा नहीं हुआ तो उछास अन्य छात्र छात्राओं के साथ मिलकर संघर्ष पर मजबूर होगा।
ज्ञापन देने में उछास के कोषाध्यक्ष भारतेंदु भाकुनी, मीडिया प्रभारी मयंक, आशा साह, पंकज समेत अन्य लोग उपस्थित थे।
