अल्मोड़ा। संकुल केंद्र सरस्वती शिशु मंदिर जीवनधाम में आयोजित मातृ सम्मेलन इस बार खास रहा—क्योंकि इसमें स्कूल, परिवार और पर्यावरण—तीनों का सुंदर मेल देखने को मिला।
कार्यक्रम की शुरुआत हेमा जोशी और हेमा भट्ट द्वारा अतिथियों का तिलक लगाकर स्वागत करने से हुई। इसके बाद मुख्य अतिथि केया राठौर, विशिष्ट अतिथि ज्योति पांडे और अध्यक्ष डॉ. विद्या कर्नाटक ने मां शारदा के समक्ष दीप जलाकर कार्यक्रम की शुरुआत की।
श्रीमती रजनी जोशी ने अतिथियों का परिचय कराया, जबकि मंच संचालन मेघा ने संभाला। लता द्वारा गीत प्रस्तुति और छात्राओं द्वारा किए गए रोल-प्ले ने कार्यक्रम को और अधिक जीवंत बना दिया।
इस दौरान केया राठौर ने मातृशक्ति को पर्यावरण संरक्षण पर प्रेरक बातें बताईं,उन्होंने कहा कि अगर आज बच्चे पेड़-पौधों और प्राकृतिक संसाधनों का महत्व समझें, तो भविष्य अपने आप सुरक्षित हो जाएगा।
इसके बाद पर्यावरण पर क्विज़ भी आयोजित हुई, जिसमें नमिता भाकुनी और भगवती बिष्ट के सवालों का उत्तर देने में माताओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
विशिष्ट अतिथि ज्योति पांडे ने समाज में नारी की भूमिका पर अपने विचार रखते हुए कहा कि आज की महिला सिर्फ गृहिणी नहीं—बल्कि परिवार और समाज की धुरी है।अभिभावक यशोदा जोशी और मीरा मिश्रा ने मंच से अपने अनुभव साझा किए और कहा कि ऐसे कार्यक्रम परिवार और स्कूल को एक साथ जोड़ते हैं।
कार्यक्रम के अंत में अध्यक्ष डॉ. विद्या कर्नाटक ने कुटुंब प्रबोधन पर विस्तार से चर्चा करते हुए संयुक्त परिवार की महत्ता बताई। इसी क्रम में कपीना,जाखनदेवी में जोशी परिवार की जया जोशी का सम्मान किया गया। सामाजिक कार्यकर्ता सीमा कुमारी को भी सम्मानित किया गया। प्रधानाचार्य पूनम जोशी ने सभी अभिभावकों और अतिथियों का आभार व्यक्त किया।
इस मौके पर निशा, दिव्यांशा जोशी, रेखा बिष्ट, बरखा, उमा भाकुनी, महेश जोशी, संजय जोशी, आनंद उप्रेती, विनोद जोशी, राजेश लोहनी, भावना तिवारी, बबीता साह, बिशन बिष्ट, नवीन जोशी, हरीश बिष्ट, संजय जोशी, आनंद भट्ट, आशा सुयाल, बहादुर बिष्ट, जानकी जोशी, किरन जोशी, लता पंत सहित बड़ी संख्या में अभिभावक उपस्थित रहे।
