अल्मोड़ा: केंद्रीय राज्यमंत्री व सांसद अजय टम्टा के विधायक पर आरोप, विधायक के विरोध के चलते ही आगे बढ़े (डिले हुए)क्वारब क्षेत्र में सुगम करने के कार्य, जनता को जबाब दें विधायक

अल्मोड़ा:: क्वारब मार्ग की हालत को लेकर आक्रोश और विरोध प्रदर्शनों के बाद केन्द्रीय राज्यमंत्री व सांसद अजय टम्टा का बड़ा बयान सामने आया है।…

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अल्मोड़ा:: क्वारब मार्ग की हालत को लेकर आक्रोश और विरोध प्रदर्शनों के बाद केन्द्रीय राज्यमंत्री व सांसद अजय टम्टा का बड़ा बयान सामने आया है।


उन्होंने कहा कि सड़क के जरूरी ट्रीटमेंट और सुगम यातायात के लिए डायवर्जन कार्य भारत सरकार के प्रयासों से शुरू कर दिया गया था जो 15 सितंबर तक पूरा भी हो जाता पर जनहित के बजाय विधायक और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोध की राजनीति की जिसके बाद काम बंद करना पड़ा और यह कार्य अब चार माह आगे बढ़ गया है। जिसके जिम्मेदार विधायक हैं और उन्होंने जनता को जबाब देने दिए।
उन्होंने जारी पत्र मे कहा कि उनके द्वारा हमेशा अल्मोड़ा आते वक्त उक्त स्थान का स्थलीय निरीक्षण किया जाता रहा है। उक्त मार्ग पर अनेक सभ्रान्त जनों से वार्ता होती रहती है।


आमजन के सुझाव पर उनके द्वारा जिलाधिकारी अल्मोड़ा NH और राज्य PWD के साथ स्थलीय भ्रमण कर एक वैकल्पिक मार्ग निर्माण का सुझाव रखा गया, जिसके निर्माण से क्वारब कोनिंक जोन पर कार्य लगातार बिना वाहनों के आवागमन पर जल्द हो सकता है, पर विचार किया गया।

कई सुझावों के पश्चात् क्वारब, डोबा, चौसली मोटर मार्ग NH के समानान्तर एक मोटर मार्ग 1.70 किलोमीटर जिसमें एक वैली ब्रिज लगना था PWD अल्मोड़ा से इसका तत्काल आगणन माँगा गया। PWD अल्मोड़ा के आगणन के अनुसार उनके द्वारा भारत सरकार के सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मन्त्रालय से 10.23 करोड़ रूपये की 26 जून को स्वीकृतु प्रदान की गई।


टम्टा ने कहा कि “विषय क्वारब कोनिक जोन का था अतः शासन द्वारा इस वैकल्पिक मार्ग को शीघ्र बनाये जाने का निर्देश दिया गया।”
उन्होंने कहा कि 16 जून 2025 को प्रान्तीय खण्ड लोनिवि अल्मोड़ा द्वारा उक्त कार्य की महत्ता को देखते हुए कार्य प्रारम्भ कर दिया गया। उक्त डाइवर्जन कार्य को पूर्ण करने का 3 माह का लक्ष्य निर्धारित किया गया जिसे 15 सितम्बर 2025 तक पूर्ण किया जाना था।

उन्होंने आरोप लगाया कि 18 जून 2025 को विधायक एवं कांग्रेस के पदाधिकारियों द्वारा उक्त सड़क निर्माण का प्रबल विरोध किया गया, और इसे निविदा प्रक्रिया के माध्यम से करने का दबाव डाला गया।
तत्पश्चात प्रान्तीय खण्ड लो०नि०वि० अल्मोड़ा द्वारा निविदा प्रक्रिया अपनाई गई जिसका कार्य अब 19 सितम्बर 2025 से प्रारम्भ हुआ है।

जिस मोटर मार्ग को 15 सितम्बर 2025 तक पूर्ण हो जाना था उक्त कार्य कांग्रेस की हठधर्मिता और अपने राजनीतिक मुद्दे को गरमाने के लिए मार्ग निर्माण का कार्य रूकवा दिया गया।

टम्टा का कहना है कि “मैं विधायक मनोज तिवारी एवं कांग्रेस के जनों से पूछता हूँ कि आपको विभागीय प्रकिया पर संदेह था तो आप उसकी तकनीकी जॉच करवाते न की आम जनता के लिए बन रहे वैकल्पिक मोटर मार्ग का विरोध करते। 15 सितम्बर 2025 तक उक्त मोटर मार्ग निर्माण नहीं होता या कोई विभागीय कमीयाँ आपके द्वारा उजागर करी जाती तो आमजन को इसका लाभ पँहुचता,
आपकी वजह से क्वारब वैकल्पिक मार्ग निर्माण चार माह आगे बढा है आप भारत सरकार और राज्य सरकार पर दोषारोपण कर रहे है आप यह भी जनता को बताये कि आपदा के समय कोई इस तरह की घटनाएँ होती हैं तो क्या कांग्रेस इस तरह से निविदा प्रकिया में लगने वाले समय का इन्तजार करने को कहेगी या आमजन को सरल राह बतायेगी।”
उन्होंने कहा कि क्वारब कोनिक जोन पर एकदम पहाड़ से छेड़छाड़ करना भू-वैज्ञानिकों के अनुसार गम्भीर माना है, क्योंकि पहाड़ खिसकने से अभी बरसात के समय रोड़ के वासआउट होने का खतरा उत्पन्न हो सकता है। आमजन की सुविधा को देखते हुए प्रशासन एवं विभागीय अधिकारी उक्त सड़क मार्ग पर अपना मार्गदर्शन दे रहें है।

उन्होंने कहा कि “कांग्रेस जनता को बरगलाना बन्द करें और जनता को जबाब दे कि उनके द्वारा जो वैकल्पिक मार्ग जिसमें मेरे द्वारा भारत सरकार के सड़क परिवहन और राजमार्ग मन्त्रालय से जो 1.70 किलोमीटर मोटर मार्ग निर्माण के लिए 10.23 करोड़ की धनराशि जारी की गई उसका विरोध अपनी राजनीति चमकाने के लिए क्यों किया गया।

उन्होंने कहा कि “आज आमजन के बीच आप प्रर्दशन कर रहे हैं आप यह स्पष्ट करें कि आपने आमजन की सुविधा के लिए बन रहे वैकल्पिक मार्ग को बनाये जाने से इतना खिन्न क्यों हुए। क्षेत्र की जनता को बताना होगा।”