अल्मोड़ा: महापरिनिर्वाण दिवस पर याद किए गए डॉ. अंबेडकर

अल्मोड़ा::भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस पर शनिवार को चौघानपाटा में स्थित उनकी आदमकद मूर्ति पर नगर मंडल अल्मोड़ा के भाजपा कार्यकर्ताओं ने…

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अल्मोड़ा::भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस पर शनिवार को चौघानपाटा में स्थित उनकी आदमकद मूर्ति पर नगर मंडल अल्मोड़ा के भाजपा कार्यकर्ताओं ने माल्यार्पण कर उन्हें याद किया ।
भाजपा कार्यकर्ताओं ने बाबा साहब अंबेडकर की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि प्रकट की, नगर अध्यक्ष विनीत बिष्ट ने कहा कि डॉ. अंबेडकर एक विजनरी नेता थे और उन्होंने अपने बड़े मन से देश की एकता-अखंडता के लिए काम करते हुए संविधान के माध्यम से देश को एक सूत्र में बांधने का काम किया।

उन्होंने ने कहा कि आजादी के बाद कांग्रेस पार्टी ने देश में 55 वर्षों तक शासन किया। कांग्रेस ने अपने नेताओं को तो सम्मान दिया, लेकिन बाबा साहब अंबेडकर को सम्मान देने के स्थान पर उनका अपमान किया और चुनाव हराने का काम किया। पहली बार अटलजी के नेतृत्व में बनी एनडीए की सरकार ने यह कहा कि बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर को भारत रत्न से सम्मानित किया जाना चाहिए।


विनीत बिष्ट ने कहा कि देश की आजादी के बाद जब “पं. जवाहरलाल नेहरू के नेतृत्व में पहली सरकार बनी, तो पं. नेहरू ने जम्मू-कश्मीर में धारा 370 लगाने का प्रावधान हमारे संविधान में कर दिया। इसमें ये प्रावधान था कि जम्मू-कश्मीर का संविधान अलग होगा, वहां का प्रधानमंत्री अलग होगा और वहां का झंडा भी अलग होगा। इसके साथ ही इसमें यह भी प्रावधान भी था कि अगर किसी सफाईकर्मी का बच्चा योग्य भी है, तब भी वह कुछ और नहीं बन सकेगा, उसे अपना परंपरागत व्यवसाय ही करना होगा। इस भेदभाव का डॉ. अंबेडकर ने पुरजोर विरोध किया। देश की आजादी के बाद 75 वर्षों तक किसी ने इस भेदभाव की चिंता नहीं की। प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर से धारा 370 को हटाकर दलित भाई-बहनों के साथ हो रहे भेदभाव को खत्म किया और उन्हें अधिकार प्रदान किए।”
बाब साहेब अंबेडकर सिर्फ संविधान निर्माता ही नहीं थे, बल्कि वे ऐसे नेता थे जो समाज में बराबरी लाने के लिए लगातार लड़ते रहे।


उन्होंने जाति भेदभाव, सामाजिक अन्याय और असमानता के खिलाफ खुलकर आवाज उठाई। वे दलितों, महिलाओं और उन सभी लोगों के लिए एक सहारा बनकर खड़े हुए, जिनकी बातें समाज में अक्सर अनदेखी कर दी जाती थी।


प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य रवि रौतेला ने कहा कि महापरिनिर्वाण दिवस हमें यह याद दिलाता है कि बाबासाहेब अंबेडकर ने सिर्फ संविधान ही नहीं बनाया, बल्कि समानता व न्यायपूर्ण समाज की स्थापना में भी अहम योगदान दिया। वह एक महान समाज सुधारक, विचारक, अर्थशास्त्री और राजनेता थे। और यह उनके विचारों में देखने को मिलता है। आज डॉ. भीमराव अंबेडकर की पुण्यतिथि पर यहां बाबासाहेब के कुछ अनमोल विचार दिए जा रहे हैं, जिन्हें हर भारतीय को अपने जीवन में जरूर उतारना चाहिए।


प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य गोविंद पिलख्वाल ने कहा कि डाॅ. आंबेडकर ने अपने विचारों और शिक्षा से दुनिया को प्रभावित किया। उनके विचार आज भी स्टूडेंट्स ही नहीं बल्कि हर किसी को प्रेरणा देते हैं। उनका प्रसिद्ध नारा था कि ‘आदर्श शिक्षित बनो, संगठित हो, संघर्ष करो।’ यह नारा उन्होंने सामाजिक जागरूकता, समान अधिकार और न्याय के लिए लोगों को प्रेरित करने के लिए दिया था।


इस अवसर पर नगर अध्यक्ष विनीत बिष्ट, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य रवि रौतेला, पूर्व जिलाध्यक्ष गोविंद पिलख्वाल, जिला महामंत्री प्रकाश भट्ट , जिला उपाध्यक्ष संदीप श्रीवास्तव, जिला उपाध्यक्ष पूनम पालीवाल, नवीन बजेठा,मदन बिष्ट, नगर महामंत्री देवेंद्र भट्ट, नगर महामंत्री पार्षद अर्जुन बिष्ट, कैलाश गुरुरानी, आनंद भोज,दिनेश मठपाल, दीपक भंडारी,मनोज सनवाल, आनन्द कनवाल,व्यापार मंडल अध्यक्ष अजय वर्मा,मनोज तिवारी, नगर उपाध्यक्ष आशीष कुमार, सुनील कर्नाटक,जगत तिवारी, राजिक अंसारी,रमेश लाल,पीयूष कुमार, मनीष कनवाल, नमन गुरुरानी,शुभम रौतेला, चंदू पालीवाल,निशा बिष्ट, राहुल कुमार आदि अनेक लोग उपस्थित रहे।

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