उत्तर भारत में पहाड़ी राज्य में लगातार बारिश की वजह से हालात बिगड़ते जा रहे हैं। राज्य में हो रही जबरदस्त बारिश ने लोगों की परेशानियों को बढ़ा दिया है। हर जगह यह बारिश अब आफत बन गई है।
हिमाचल जम्मू कश्मीर और उत्तराखंड में जगह-जगह पर भूस्खलन हो रहा है और सड़के भी बंद कर दी गई है। इसके अलावा पंजाब में भी नदियों का पानी लगातार बढ़ रहा है जिससे कई जिलों में बाढ़ आ गई है। हिमाचल में भारी बारिश और भूस्खलन की वजह से रास्ते बंद कर दिए गए हैं।
चंबा जिले में मणिमहेश यात्रा पर भी रोक लगा दी गई है। इस यात्रा में गए पंजाब के तीन श्रद्धालुओं की ऑक्सीजन की कमी की वजह से मौत भी हो गई। अभी करीब 800 श्रद्धालु रास्ते में फंसे हुए हैं। कांगड़ा जिले में पौंग बांध का जलस्तर बढ़ गया है। वहीं, बिलासपुर-स्वारघाट के पास चंडीगढ़-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग पर भूस्खलन से दो वाहन चपेट में आ गए।
चंबा, कांगड़ा, मंडी और ऊना जिलों में स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र बंद रखने का आदेश दिया गया है। सोमवार को शिंकुला दर्रे, रोहतांग, खरदूंगला और बारालाचा में बर्फबारी हुई जिसके कारण मनाली-लेह मार्ग बंद हो गया। बिलासपुर में भी पहाड़ से गिरे पत्थरों की चपेट में एक बस आई, जिसमें चार लोग घायल हो गए।
जम्मू कश्मीर में भी बारिश लगातार जारी है। मौसम विभाग ने मंगलवार और बुधवार के लिए जम्मू के 8 जिलों में रेड अलर्ट और कश्मीर के तीन जिलों में हाई अलर्ट जारी किया है। कई जगह पर बादल फटने बाढ़ या भूस्खलन के आशंका भी जताई जा रही है।
कश्मीर में गुलमर्ग अमरनाथ गुफा और जोजिला में बर्फबारी हुई। तवी, चिनाब और झेलम नदियों का जलस्तर भी बढ़ा हुआ है। ऐसे में जम्मू संभाग के सभी सरकारी और निजी स्कूल मंगलवार को बंद रहेंगे।
उत्तराखंड में भी लगातार बारिश की वजह से जनजीवन प्रभावित हो रहा है। रविवार रात तेज बारिश और सोमवार को दिनभर हल्की बारिश हुई। गंगोत्री और यमुनोत्री की यात्रा पर भी रोक लगा दी गई है।उधमपुर और सियासी जिलों में कई कच्चे मकान गिर गए हैं और सड़के भी बंद हो गई है।
जबकि बद्रीनाथ और केदारनाथ यात्रा भी बार-बार रोकी जा रही है। राज्य में करीब 90 से ज्यादा सड़के भूस्खलन की वजह से बंद हो गई है। देहरादून, चमोली, उत्तरकाशी, बागेश्वर और नैनीताल जिलों में सोमवार को स्कूल बंद रखे गए। मौसम विभाग ने कई जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी किया है।
