AIके इस दौर ने हैकर्स को और ताकतवर बना दिया है। एक्सपर्ट्स ने बताया कि उन्होंने एक नई जीमेल स्कैन के बारे में पता लगाया है जिसे Gemini का इस्तेमाल कर यूजर्स का डाटा चुराया जा रहा है। हाल ही में यह खुलासा किया गया कि AI टूल जीमेल में साइड बार के जरिए इंटीग्रेटेड कर रहा है।
नई रिसर्च में पता चला कि साइबर क्रिमिनल्स प्रॉन्प्ट इंजेक्शन टेक्नोलॉजी में इसमें छेड़छाड़ कर रहे हैं और नकली फिशिंग अलर्ट तैयार कर रहे हैं, जिससे लोग गुमराह हो रहे हैं। बताया जा रहा है कि हमलावर छुपे हुए इंस्ट्रक्शन्स के जरिए यूजर का डाटा चुराने में सफल हो रहे हैं।
लगभग 1.8 अरब यूजर्स को इस नए Gemini स्कैम से बचाया जा चुका है, जो अपने आप में एक बड़ी बात है। अब यह सवाल उठ रहा है कि आखिर यह स्कैम काम कैसे करता है और इससे खुद को कैसे सुरक्षित रखा जा सकता है।
आईए जानते हैं हैकर्स अब Gemini जैसे AI टूल का कैसे गलत इस्तेमाल कर रहे हैं और आप इन खतरों से कैसे बच सकते हैं।
Gemini से जुड़ा एक नया स्कैम और भी खतरनाक साबित हो रहा है। बताया जा रहा है कि साइबर अपराधी ऐसे मेल तैयार कर रहे हैं जिसमें HTML और CSS के जरिए खास तरह के छुपे हुए मैसेज डाले जाते हैं इन मैसेजेज को बेहद चालाकी से डिजाइन किया जाता है- जैसे सफेद रंग में जीरो फॉन्ट साइज के साथ, ताकि वो यूजर को दिखाई ही न दें। जब कोई यूजर उस मेल को पढ़ने के लिए Gemini की मदद लेता है, तो AI टूल इन छिपे संकेतों को असली कंटेंट समझकर एक्टिवेट कर देता है और यही गलती खतरनाक साबित होती है।
सिक्योरिटी रिसर्च का कहना है कि साइबर अपराधी ईमेल के अंदर ऐसे छुपे हुए निर्देश डाल रहे हैं जो gemini को गलत जानकारी दिखाते हैं जैसे ही यूजर AI टूल से मदद लेता है, Gemini एक नकली अलर्ट दिखाता है जिसमें लिखा होता है कि Gmail अकाउंट हैक हो चुका है।
इसके बाद यूजर को एक फर्जी कस्टमर केयर नंबर पर कॉल करने के लिए उकसाया जाता है और यहीं से स्कैमर्स को आपके अकाउंट की डिटेल्स सीधे मिल जाती हैं।
