एनडीए उम्मीदवार और महाराष्ट्र के राज्यपाल सी पी राधाकृष्णन भारत के नए उपराष्ट्रपति चुन लिए गए हैं। उन्हें पहले वरीयता के आधार पर 452 वोट मिले जबकि विपक्ष के उम्मीदवार न्यायमूर्ति सुदर्शन रेड्डी को 300 वोटों पर संतोष करना पड़ा। जीत के बाद सी पी राधाकृष्णन ने कहा कि अगर देश को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाना है तो हमें राजनीति से ऊपर उठकर केवल विकास पर ध्यान देना होगा। उन्होंने भरोसा जताया कि अपने नए पद पर वह पूरी निष्ठा से काम करेंगे और लोकतंत्र की मजबूती के लिए सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों की अहम भूमिका रहेगी।
विपक्ष की ओर से कहा गया कि यह वैचारिक लड़ाई थी लेकिन मतदान पैटर्न ने साफ कर दिया कि राष्ट्रवादी विचारधारा ने भारी समर्थन हासिल किया है। जीत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सी पी राधाकृष्णन से मुलाकात कर उन्हें बधाई दी। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी ट्वीट कर शुभकामनाएं देते हुए कहा कि सार्वजनिक जीवन में उनका अनुभव देश की प्रगति में योगदान देगा।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी शुभकामनाएं दीं और कहा कि समाज के निचले तबके से उठकर नेतृत्व तक पहुंचे राधाकृष्णन प्रशासन की गहरी समझ रखते हैं। उनकी दूरदर्शिता उच्च सदन की गरिमा और पवित्रता बनाए रखने के साथ संसदीय लोकतंत्र को और मजबूत करेगी। भारतीय जनता पार्टी ने भी उनकी जीत को व्यापक स्वीकृति का संदेश बताया और कहा कि चुनाव परिणाम उनकी लोकप्रियता और स्वीकार्यता को दर्शाते हैं।
