उत्तराखंड में रामनगर में हिंदू संगठनों ने गोमांस ले जाने के आरोप में तीन गाड़ियों को रोककर ड्राइवर की पिटाई कर दी। इतना ही नहीं उन्हें चौकी के अंदर खड़ी मीट से लदी गाड़ी में भी जमकर तोड़फोड़ कर डाली। मौके पर पुलिस पहुंचे बड़ी मशक्कत के बाद मामले को शांत कराया।
इधर ड्राइवर की पिटाई के बाद मीट कारोबारी और उनके परिजनों ने पुलिस को लिखित शिकायत दी और हिंदू संगठनों के नेताओं की गिरफ्तारी की मांग की।
बताया जा रहा है कि रामनगर में बीते काफी समय से शेल्टर हाउस के संचालन में लगी रोक के कारण बरेली और संभल की फैक्ट्री से मीट की सप्लाई की जा रही है। इसके लिए सभी मानको को पूरा किया जा रहा है।
रात को बरेली से मीट ला रही तीन पिकअप गाड़ियों को कुछ हिंदूवादी संगठनों के लोगों ने रोक लिया। मौके पर पहुंचे बेलपड़ाव पुलिस चौकी इंचार्ज ने मीट और गाड़ियों के कागज चेक करके उन्हे रामनगर की ओर जाने दिया।
इसके बाद छोई इलाके में पहुंचे हिंदूवादी नेताओं ने दोबारा गाड़ी को रोक कर उसमें गोमांस का आरोप लगाया और ड्राइवर को बुरी तरह पीटा।
इसके बाद गुस्साए युवकों ने बेलपड़ाव पुलिस चौकी में खड़ी मीट की गाड़ी में तोड़फोड़ शुरू करते हुए जमकर नारेबाजी की, जबकि कुछ हिंदूवादी नेताओं ने कोतवाली पहुंचकर गाड़ियों में गौमांस लाए जाने का आरोप लगाते हुए पुलिस से कार्यवाही की मांग की।
इधर इस घटना की सूचना मिलने के बाद कुरैशी समाज के लोगों ने थाने पहुंचकर अपना विरोध दिखाया। उन्होंने ड्राइवर के साथ मारपीट करने वाले लोगों के खिलाफ शिकायत दी और उनकी गिरफ्तारी की मांग भी की।
विवाद को बढ़ते हुए देखकर रामनगर का सुमित पांडे कोतवाल सुशील कुमार ने बेलपड़ाव चौकी जाकर किसी तरह आक्रोशित लोगों को शांत किया। इसके बाद मौके पर पशु चिकित्सक को बुलाकर मीट की जांच कराई गई है, जिसमें गौमांस जैसे कुछ भी सामने नहीं आया है।
जानकारी देते हुए सीओ सुमित पांडे ने बताया कि पशु चिकित्सक की प्रारंभिक जांच में गोमांस की पुष्टि नहीं हुई है। शुक्रवार कल लेब से टेस्ट की रिपोर्ट आ जाएगी।
