मथुरा बरेली हाईवे पर तड़के हुआ दर्दनाक हादसा ,तीन मजदूरों की मौके पर मौत, एक की हालत नाजुक

गुरुवार तड़के मथुरा बरेली हाईवे पर तीन बजे के आसपास एक भयानक हादसा हुआ। बताया जा रहा है कि तेज रफ्तार ट्रैक्टर ट्रॉली का अचानक…

Tragic road accident in Uttarakhand

गुरुवार तड़के मथुरा बरेली हाईवे पर तीन बजे के आसपास एक भयानक हादसा हुआ। बताया जा रहा है कि तेज रफ्तार ट्रैक्टर ट्रॉली का अचानक टायर फट गया जिससे गाड़ी का संतुलन बिगड़ गया और ट्रॉली पलट गई। हादसे में तीन लोगों की जान चली गई जबकि एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया है। मरने वाले तीनों भरतपुर जिले के बयाना इलाके के रहने वाले थे और मजदूरी का काम करते थे।

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार मृतकों की पहचान भीम होलीराम भूपेंद्र देवी सिंह और बबली किशन सिंह के रूप में हुई है। ये सभी एक ही गांव के रहने वाले थे और किसी काम से ग्वालियर की तरफ जा रहे थे। एसपी सिटी राजीव कुमार ने बताया कि हादसे के वक्त ट्रैक्टर ट्रॉली में सवार लोग नींद में थे तभी टायर फटा और ट्रॉली पलट गई। हादसे के बाद ट्रॉली में आग भी लग गई थी।

घायल को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है जबकि तीनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। मृतकों के परिजनों को सूचना दे दी गई है।

उधर बहराइच में भी दो अलग अलग हादसों में दो लोगों की मौत हो गई है। पहली घटना खैरीघाट थाना क्षेत्र की है जहां इमामगंज रोड पर बागेश्वरी मंदिर के पास डंपर और पिकअप में जोरदार टक्कर हो गई। हादसे में पूर्वी लौकियां गांव की पचपन साल की सावित्री देवी गंभीर रूप से घायल हो गई। हादसे के बाद दोनों वाहन चालक मौके से फरार हो गए।

घटना से गुस्साए लोगों ने सड़क पर जाम लगा दिया और प्रदर्शन शुरू कर दिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों को समझा बुझाकर शांत किया। खैरीघाट थाना अध्यक्ष राशिद अली खान का कहना है कि आरोपियों की तलाश की जा रही है और उन्हें जल्द पकड़ लिया जाएगा।

दूसरा हादसा डीएम कार्यालय के पास मेडिकल कॉलेज के सामने हुआ जहां एक तेज रफ्तार अज्ञात पिकअप ने बाइक सवार को टक्कर मार दी। बाइक सवार की मौके पर ही मौत हो गई। मृतक की पहचान मटेरा थाना क्षेत्र के मटेरा धनौली गांव के रहने वाले छब्बीस साल के गोविंद सिंह के रूप में हुई है।

कोतवाली देहात के प्रभारी दद्दन सिंह ने बताया कि युवक किसी काम से लखनऊ रोड की ओर जा रहा था तभी यह हादसा हुआ। स्थानीय लोगों ने मदद करने की कोशिश की लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।