मसूरी। उत्तराखंड के मसूरी में दोपहर के वक्त एक बड़ा हादसा टल गया जब बदरीनाथ से लौट रहे श्रद्धालुओं का हेलीकॉप्टर घने कोहरे में रास्ता भटक गया। पायलट की सूझबूझ और समझदारी से सभी की जान बच गई। हेलीकॉप्टर को मसूरी के एक स्कूल के मैदान में सुरक्षित उतारा गया। पायलट और सभी यात्री पूरी तरह सुरक्षित हैं।
जानकारी के मुताबिक ट्रांस भारत एविएशन का यह हेलीकॉप्टर बदरीनाथ से पांच श्रद्धालुओं को लेकर देहरादून के लिए निकला था। लेकिन घना कोहरा होने की वजह से वह रास्ता भटक गया और तय जगह सहस्त्रधारा हेलीपैड की बजाय मसूरी की पहाड़ियों की ओर मुड़ गया। दृश्यता बहुत कम होने के कारण पायलट ने एहतियातन मसूरी इंटरनेशनल स्कूल के खेल मैदान में इमरजेंसी लैंडिंग कर दी।
हेलीकॉप्टर में सवार सभी यात्री करनाल और हैदराबाद के बताए जा रहे हैं। लैंडिंग के बाद स्कूल प्रबंधन ने सभी यात्रियों का गर्मजोशी से स्वागत किया। उन्हें स्कूल के गेस्ट रूम में ठहराया गया और चाय नाश्ते की व्यवस्था की गई। यात्रियों ने स्कूल प्रशासन और स्थानीय लोगों का शुक्रिया अदा किया।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि अचानक स्कूल परिसर में हेलीकॉप्टर की तेज आवाज सुनाई दी। बच्चे और स्टाफ घबरा गए। जब खिड़की से बाहर देखा तो मैदान में हेलीकॉप्टर उतर रहा था। कुछ देर बाद पता चला कि यह श्रद्धालुओं को लेकर आ रहा था और खराब मौसम के कारण यहां उतारना पड़ा।
स्कूल प्रबंधन ने बताया कि हेलीकॉप्टर पूरी तरह सुरक्षित है और किसी को कोई चोट नहीं आई। तकनीकी तौर पर भी विमान में कोई खराबी नहीं मिली।
मसूरी और आसपास के इलाकों में फिलहाल बारिश और कोहरा बना हुआ है। ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी हो रही है जबकि नीचे के क्षेत्रों में लगातार हल्की बारिश से मौसम ठंडा हो गया है। कोहरे की वजह से विजिबिलिटी काफी कम है। इसी कारण हेलीकॉप्टर दिशा भटक गया था। राहत की बात यह रही कि पायलट की सतर्कता से सभी यात्री सुरक्षित हैं।
