उत्तरकाशी में स्थिति फिर से गंभीर हो गई है यमुना नदी के बहाव में अचानक रुकावट आने से स्यानाचट्टी में पानी भरकर झील का रूप ले लिया है और यह पानी धीरे धीरे आसपास के बस्तियों में घुसने लगा है पुल भी डूबने लगे हैं और जैसे ही खतरे का अंदेशा हुआ पुलिस और एसडीआरएफ ने पूरे इलाके को खाली करवा दिया है
उत्तरकाशी में पिछले कुछ दिनों से आपदाएं लगातार बढ़ रही हैं कुछ ही दिन पहले भूस्खलन में आठ मजदूर लापता हुए थे और बीते 5 अगस्त को धराली में जल सैलाब से 65 लोग लापता हुए थे इन घटनाओं से लोग अभी उबर भी नहीं पाए थे कि स्यानाचट्टी में यह नई समस्या सामने आई है
पुलिस अधिकारियों के अनुसार जैसे ही झील का पानी आबादी में घुसने लगा तत्काल इलाके को खाली करवा दिया गया सभी लोग सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाए गए हैं एसडीआरएफ की टीम मौके पर मौजूद है और अतिरिक्त टीमें भेजी जा रही हैं ताकि पानी के प्रभाव को रोकने के लिए उपाय किए जा सकें
उत्तराखंड में अभी भी ऊपरी इलाकों में लगातार बारिश हो रही है और इस बारिश के कारण उत्तरकाशी में सबसे अधिक नुकसान हुआ है हालांकि फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है लेकिन खतरे को देखते हुए सतर्कता बरती जा रही है
