बांग्लादेश में लड़कियां और महिलाएं बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं है। लगातार वह मर्दों के वहशीपन का शिकार बनती जा रही हैं। खासकर हिंदू लड़कियों व महिलाएं बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं है और उन्हें लेकर गंभीर सवाल भी उठाए जा रहे हैं।
आए दिन देश में अल्पसंख्यक समुदायों पर हमले की चिंता का विषय बना हुआ है। गाजीपुर जिले से एक बेहद चिंताजनक घटना सामने आई है यहां एक अल्पसंख्यक हिंदू लड़की को उसके पिता के सामने सामूहिक बलात्कार का शिकार बनाया गया जबकि दोनों को इस्लाम वादी समूह द्वारा अगवा कर लिया गया था।
बताया जा रहा है कि पीड़ित लड़की और उसके पिता एक रिश्तेदार के घर जा रहे थे तभी यह घटना हुई। पिता को बंधक बनाया गया और लड़की पर हमला किया गया। स्थानीय लोगों ने बाद में दोनों को बचाया और तुरंत पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद मामले की जांच शुरू हो गई। इस घटना के बाद पूरे इलाके में तनाव पैदा हो गया सामाजिक और धार्मिक सुरक्षा पर अब सवाल खड़े हो रहे हैं।
पुलिस ने बताया कि आरोपी फरार हो गए हैं और उनके तलाश जारी है। स्थानीय समुदाय और मानवाधिकार समूह ने इस घटना की कड़ी निंदा भी की और दोषियों को जल्द गिरफ्तार करने का आदेश दिया गया है।
इस तरह बांग्लादेश के खगराचारी जिले में एक आठवीं कक्षा की छात्रा के साथ कथित सामूहिक बलात्कार की घटना ने स्थानीय समुदाय में भारी गुस्सा भड़का दिया है। शनिवार को प्रदर्शनकारियों ने सड़क जाम कर टायर जलाए और ईंट-पत्थर से मार्ग अवरुद्ध किए, जिससे जिले के प्रवेश और आंतरिक मार्गों पर यातायात पूरी तरह ठप हो गया।
प्रदर्शन में ज्यादातर चकमा जनजाति के लोग शामिल थे प्रदर्शनकारियों ने कहा कि यह घटना बच्चों और महिलाओं की सुरक्षा पर गंभीर खतरे की चेतावनी है।
जिला प्रशासन के प्रवक्ता ने बताया, ”कानून-व्यवस्था बिगड़ने और जन-धन के नुकसान की आशंका को देखते हुए शनिवार दोपहर दो बजे से खगराचारी और आसपास के इलाकों में दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 लागू कर दी गई है।” आदेश के तहत पांच से अधिक लोगों की सभा, रैली या जुलूस पर प्रतिबंध लगा दिया गया। सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए करीब 250 अर्धसैनिक बल (सात प्लाटून) तैनात किए गए हैं।
