देहरादून में उत्तराखंड राज्य स्थापना की रजत जयंती वर्ष के तहत आयोजित सबसे महत्वपूर्ण कार्यक्रम रैतिक परेड का आज शानदार आयोजन हुआ। पुलिस लाइन मैदान में हुई इस परेड में उत्तराखंड पुलिस के जवानों ने बेहतरीन अनुशासन और परेड कौशल का प्रदर्शन किया, जिसने सभी दर्शकों का दिल जीत लिया। परेड के दौरान राज्य की महान विभूतियों और पुलिस विभाग के कई अधिकारियों व कर्मचारियों को सम्मानित किया गया।
इस बार राज्य स्थापना दिवस की रैतिक परेड 9 नवंबर के बजाय दो दिन पहले आयोजित की गई। रजत जयंती वर्ष के व्यस्त कार्यक्रमों को देखते हुए इसे अग्रिम रूप से कराया गया था। मैदान में कदम से कदम मिलाकर परेड करती टुकड़ियों ने राज्य की गौरवशाली परंपरा और अनुशासन का प्रतीक पेश किया।
कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान देने वाले व्यक्तियों को उत्तराखंड गौरव पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इनमें निशानेबाज जसपाल राणा और उद्यमी देव रतूड़ी को पुरस्कार दिया गया। वहीं, स्वर्गीय टॉम आल्टर को मरणोपरांत सम्मानित किया गया, जिनकी ओर से उनके पुत्र जिमी आल्टर ने पुरस्कार ग्रहण किया। इसके साथ ही स्वर्गीय सुशीला कॉलोनी, स्वर्गीय गौरा देवी, भूवैज्ञानिक स्वर्गीय प्रणव वल्दिया, वीरांगना स्वर्गीय तीलू रौतेली और साहित्यकार स्वर्गीय शैलेश मटियानी को भी मरणोपरांत उत्तराखंड गौरव पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
रैतिक परेड में पुलिस विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को भी उनके उत्कृष्ट कार्य और सेवा के लिए सराहनीय सेवा पदक से नवाज़ा गया। सम्मान पाने वालों में आईजी कुमाऊं ऋद्धिम अग्रवाल, देहरादून एसएसपी अजय सिंह, आईपीएस श्वेता चौबे और सरिता डोभाल सहित कई अधिकारी शामिल रहे।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य के विकास को लेकर 11 अहम घोषणाएं कीं। उन्होंने कहा कि सरकार उत्तराखंड को अगले 25 वर्षों में देश के अग्रणी राज्यों में शामिल करने के लक्ष्य पर काम कर रही है। मुख्यमंत्री की घोषणाओं में प्रमुख रूप से राज्य की कृषि भूमि का सर्वेक्षण, साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन केंद्र की स्थापना, एंटी नाकोटिक्स टास्क फोर्स का विस्तार और भोजन माताओं के लिए कल्याण कोष जैसी योजनाएं शामिल हैं। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने जंगली जानवरों से फसलों की सुरक्षा के लिए फॉर्म फेंसिंग पॉलिसी, प्राकृतिक जल स्रोतों के संरक्षण, और उच्च शिक्षण संस्थानों में ऑनलाइन स्किल कोर्स शुरू करने की भी घोषणा की।
उन्होंने बताया कि राज्य में सिविल सर्विसेज, एनआईटी, बैंकिंग और मैनेजमेंट की ऑनलाइन कोचिंग भी जल्द शुरू की जाएगी। धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए मानसखंड मंदिर माला मिशन की तर्ज पर केदारखंड मंदिर माला मिशन विकसित किया जाएगा। आदर्श चंपावत की तरह आदर्श रुद्रप्रयाग के विकास की भी योजना है। वहीं पूर्णागिरि, शारदा कॉरिडोर, आदि कैलाश, अंजनी सैंण और बेला केदार क्षेत्रों को स्पिरिचुअल इकोनॉमी जोन के रूप में विकसित किया जाएगा। इसके साथ ही प्रत्येक जिला अस्पताल में टाइप-1 डायबिटीज के लिए विशेष क्लिनिक खोले जाएंगे, जहां 15 वर्ष तक के बच्चों की मुफ्त जांच की जाएगी।
देहरादून की इस रजत जयंती परेड ने न सिर्फ उत्तराखंड की गौरवगाथा को फिर से जिंदा किया, बल्कि राज्य के उज्जवल भविष्य की दिशा भी तय कर दी।
