दिल्ली पुलिस ने चैतन्यानंद सरस्वती और एक अन्य आरोपी के खिलाफ पटियाला हाउस कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल किया है। सरस्वती को एक संस्थान की छात्राओं की शिकायत पर दर्ज छेड़छाड़ के मामले में गिरफ्तार किया गया है।
चैतन्यानंद सरस्वती को 27 सितंबर को आगरा में गिरफ्तार किया गया। फिलहाल वह तिहाड़ जेल में बंद है प्रथम श्रेणी न्यायिक मजिस्ट्रेट (जेएमएफसी) अनिमेष कुमार ने मामले की सुनवाई कल के लिए सूचीबद्ध की है। अदालत ने सरकारी वकील को भी सुनवाई के दौरान मौजूद रहने को कहा है।
सरस्वती को उनकी न्याय हिरासत की अवधि समाप्त होने तक अदालत में भी ले जाया जाएगा। उन्हें वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेश किया जाएगा। दिल्ली पुलिस ने चार अन्य आरोपी के खिलाफ भी चार्ज शीट जारी की है। सरस्वती को बसंत कुंज उत्तर पुलिस स्टेशन में दर्ज एक मामले में गिरफ्तार किया गया।
यह मामला एक ट्रस्ट द्वारा संचालित संस्थान में पढ़ने वाली छात्राओं की शिकायत पर दर्ज किया गया। 19 नवंबर को, जेल अधिकारियों ने चैतन्यानंद सरस्वती के उन आरोपों का खंडन किया कि उनकी जान को कोई खतरा है। उन्होंने कहा कि वह पूरी तरह सुरक्षित हिरासत में हैं।
इससे पहले अदालत में किताबें, चश्मा और प्रतिबंधित आहार रखने की अनुमति मांगने वाली उनकी अर्जी स्वीकार कर ली गई थी। जेल अधिकारियों ने सन्यासी वेश धारण करने की अनुमति दी। वह दिल्ली स्थित श्री शारदा इंस्टीट्यूट आफ इंडियन मैनेजमेंट रिसर्च के पूर्व निदेशक थे जिन्हें यौन उत्पीड़न और धोखाधड़ी के गंभीर आरोपों में गिरफ्तार किया गया।
कम से कम 17 छात्राओं जिनमें से अधिकांश आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस) छात्रवृत्ति कार्यक्रम की छात्राएँ थीं, ने उन पर “अपमानजनक भाषा का प्रयोग करने, अश्लील संदेश भेजने, अवांछित शारीरिक संपर्क बनाने और अपनी माँग पूरी करने के लिए दबाव डालने” का आरोप लगाया था।
