बेरीनाग में हादसा होते होते बचा बड़ा नुक़सान, पेड़ पर अटकी कार से टली बड़ी त्रासदी

पिथौरागढ़ जिले के बेरीनाग में एक बार फिर दर्दनाक हादसा हुआ है। ये घटना कोटमन्या से पांखू जाने वाले मोटर मार्ग की है जहां लोहाथल…

पिथौरागढ़ जिले के बेरीनाग में एक बार फिर दर्दनाक हादसा हुआ है। ये घटना कोटमन्या से पांखू जाने वाले मोटर मार्ग की है जहां लोहाथल के पास एक कार अचानक अनियंत्रित होकर सड़क से करीब सौ फीट नीचे जा गिरी। गनीमत ये रही कि कार नीचे जाते वक्त एक पेड़ से टकराकर रुक गई वरना जानमाल का नुकसान और भी ज्यादा हो सकता था।

हादसे में कार में सवार गोकुल पाठक की मौके पर ही मौत हो गई। गोकुल किसी प्राइवेट कंपनी में गार्ड की नौकरी करता था और फिलहाल उसका परिवार हल्द्वानी में रहता है। वह अपने गांव घर लौट रहा था पर मंजिल तक पहुंचने से पहले ही जिंदगी का सफर खत्म हो गया। उसके दो छोटे बच्चे भी हैं जिनकी उम्र पांच और नौ साल बताई जा रही है।

कार में मौजूद दो अन्य लोग हरीश राम और मनीषा को गंभीर चोटें आई हैं। हादसे की खबर मिलते ही बेरीनाग थाने की पुलिस टीम मौके पर पहुंची। थानाध्यक्ष महेश जोशी की अगुवाई में पुलिस और स्थानीय लोगों की मदद से घायलों को किसी तरह खाई से निकाला गया और उन्हें एंबुलेंस से बेरीनाग सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया। जहां दोनों का इलाज चल रहा है। डॉक्टरों ने बताया कि दोनों खतरे से बाहर हैं लेकिन एहतियातन उन्हें रेफर किया जा रहा है।

घटना जिस जगह पर हुई है वो इलाका थल पुलिस की सीमा में आता है। इसलिए थल थाने से भी पुलिस टीम पहुंची और मृतक का पंचनामा भरकर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।

स्थानीय लोगों का कहना है कि यही जगह पहले भी दो बार हादसे का गवाह बन चुकी है। मार्च और अप्रैल महीने में भी यहां कारें दुर्घटनाग्रस्त हो चुकी हैं जिनमें कई लोग घायल हुए थे। ऐसे में लगातार हो रही घटनाओं के बावजूद अभी तक इस रास्ते को लेकर कोई पुख्ता इंतजाम नहीं हो पाया है। हादसे की असली वजह अभी साफ नहीं हो पाई है लेकिन इस रास्ते की हालत को लेकर लोगों में नाराजगी जरूर है।

इलाके के लोग अब यह सवाल उठाने लगे हैं कि आखिर कब तक ऐसे हादसे होते रहेंगे और कब प्रशासन की नींद खुलेगी।