खटीमा के कंचनपुरी इलाके में सोमवार की शाम अचानक चीख-पुकार मच गई। घर के आंगन में खेल रही सिर्फ 14 महीने की एक मासूम बाल्टी में भरे पानी में गिर गई और उसकी जान चली गई। इतनी छोटी बच्ची की मौत की खबर मिलते ही पूरे परिवार में मातम पसर गया। मां की हालत ऐसी थी कि होश ही नहीं रहा और पिता का रोते-रोते बुरा हाल हो गया।
घरवालों के मुताबिक, हादसा उस वक्त हुआ जब बच्ची की मां रसोई में खाना बनाने में लगी थी। बच्ची खेलते-खेलते बाहर हैंडपंप की तरफ चली गई, जहां पहले से ही पानी से भरी एक बाल्टी रखी थी। बताया जा रहा है कि बच्ची शायद बाल्टी में पड़ा कोई सामान निकालने की कोशिश कर रही थी और इसी दौरान पैर फिसल गया और वो सीधी सिर के बल बाल्टी में गिर गई। इतनी छोटी बच्ची खुद को बाहर निकाल भी नहीं पाई और कुछ ही पलों में उसकी सांसें थम गईं।
जब काफी देर तक घर में उसकी आवाज नहीं आई तो मां घबराकर उसे ढूंढने लगी। जैसे ही वो हैंडपंप के पास पहुंची और बाल्टी में बच्ची को उल्टा पड़ा देखा तो उसकी चीख निकल गई। उसकी आवाज सुनकर बच्ची का पिता शानू और आसपास के लोग दौड़े चले आए। मां की हालत देखकर आस पड़ोस के लोग भी सन्न रह गए। बच्ची को तुरंत अस्पताल ले जाया गया लेकिन डॉक्टरों ने साफ कह दिया कि बच्ची अब इस दुनिया में नहीं है।
मृतक बच्ची का नाम सुमैया था। तीन भाई बहनों में सबसे छोटी। सिर्फ 14 महीने की उम्र में ही घर से हमेशा के लिए चली गई। पीछे पांच साल का बड़ा भाई, तीन साल का छोटा भाई और मां बाप को इस सदमे में छोड़ गई कि जिंदगी भर भरना मुश्किल होगा।
इस हादसे के बाद इलाके के लोग बार बार एक ही बात कह रहे हैं कि छोटे बच्चों को पानी भरी बाल्टियों और बर्तनों से दूर रखना चाहिए। घर के आसपास अगर कहीं पानी जमा हो तो बच्चों को वहां जाने ही न दिया जाए। अक्सर ऐसे हादसे एक पल की असावधानी से हो जाते हैं और घर हमेशा के लिए उजड़ जाता है।
