Uttarakhand – Chhath festival celebrated at various places, worshiped the sun and wished for welfare

उत्तराखंड- 21 नवंबर 2020- उत्तराखंड में विभिन्न स्थानों पर छठ (Chhath festival) पर्व धूमधाम से मनाया गया।
शुक्रवार की शाम को डूबते सूर्य को अर्घ्य देकर श्रद्धालु महिलाओं ने अपने पति व संतान की मंगलकामना के साथ घर की सुख समृद्धि की कामना की। तो शनिवार को उगते सूर्य को अर्घ्य देकर उसकी उपासना की गई।

इस दौरान सूर्य और गंगा मैय्या को समर्पित लोक गीतों का गायन भी किया गया।
दीपावली पर्व के छह दिन बाद शुरू होने वाले छठ पूजा पर्व (Chhath festival)एक मान्यता और मनोकामना को पूरा करने वाला पर्व माना जाता है।
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मान्यता है कि सूर्य पुत्र अंगराज कर्ण प्रतिदिन सुबह जल में खड़े होकर सूर्य की उपासना करते थे और उपासना के बाद उनके पास आकर कोई भी याचक चाहे जो मांग ले वह खाली हाथ नहीं लौटता था। इसी मान्यता के साथ कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष पर षष्ठी को भगवान सूर्य की उपासना करने के लिए छठी उत्सव मनाया जाता है।

इस पर्व में डूबते और उगते सूर्य को जल चढ़ाकर प्रसन्न करने की प्रथा है।
शुक्रवार को डूबते सूरज को अर्घ्य देकर पूजा की गई तो शनिवार को उगते सूरज को जल चढ़ाकर पूजा की गई।
एक नजर में 20 नवंबर का करंट अफेयर्स (current affairs)
उधमसिंह नगर के रुद्रपुर में अल्मोड़ा के खाद्य सुरक्षा अधिकारी अभय कुमार सिंह के परिवार ने भी पूरी रीति रिवाज के साथ छठ पर्व मनाया। सभी ने एक साथ इस पर्व को मनाते हुए सूर्य की उपासना की।
