अल्मोड़ा:5 मई2020-अल्मोड़ा के पूर्व मनोज तिवारी ने कोरोना महामारी के समय में जबकि पूरा देश लाँक डाउन(lock down) है ऐसे समय में सरकार द्वारा शराब की दुकानें खोलना अविवेकपूर्ण है|
तिवारी ने कहा कि प्रदेश सरकार को पहले तो देवभूमि उत्तराखंड में शराब को पूरी तरह से बन्द कर उत्तराखंड को ड्राई जोन घोषित कर देना चाहिए था परन्तु प्रदेश सरकार ने जनहित में ऐसा नहीं किया|
उन्होंने कहा कि इस महामारी के समय में जबकि पूरा देश लाकडाउन है और जनता पिछले चालीस दिनों से दिक्कतों को झेलते हुए इस लाकडाऊन का पूरी तरह से पालन कर रही है|
लोग घरों में कैद है तथा सोशियल डिस्टेन्सिंग का पालन कर रहे हैं वहीं विगत दिवस शराब की दुकानों को खोले जाने के केन्द्र/राज्य सरकार के एक गलत फैसले से सोशियल डिस्टेन्सिंग की धज्जियां उड़ गयी तथा इतनी भीड़ सड़कों पर उतरी कि ऐसा लगा जैसे जनता जो पिछले चालीस दिनों से घर पर रहकर सोशियल डिस्टेन्सिंग का पालन कर रही थी उसकी उस मेहनत पर एक दिन में पानी फिर गया।
तिवारी ने कहा कि जहां एक ओर प्रदेश सरकार को उत्तराखंड में शराब की दुकाने बन्द करनी चाहिए थी वहीं इसके विपरीत प्रदेश सरकार द्धारा शराब की दुकानों की संख्या बढ़ाई जा रही है जो जनभावनाओं के बिल्कुल विपरीत है।
श्री तिवारी ने कहा कि उत्तराखंड में प्रदेश सरकार को पूरी तरह से शराबबंदी करनी चाहिए।कहा कि उत्तराखंड का जो युवा हजारों की संख्या में बाहरी राज्यों में फंसा है उन्हें उत्तराखंड उनके घर तक तुरन्त पहुंचाने की समुचित व्यवस्था प्रदेश सरकार ने करनी चाहिए, उन्होंने कहा कि प्रदेश की त्रिवेंद्र सरकार ने बाहरी राज्यों से उत्तराखंड आने वाले लोगों का रजिस्ट्रेशन इत्यादि कराने के बाद उन लोगों को वापस लाने का अपना फैसला जो बदला है ये उन लोगों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ है, तिवारी ने कहा कि उत्तराखंड के वे लोग जो बाहरी राज्यों में फंसे हैं वे हमारे अपने लोग हैं और उन्हें उत्तराखंड उनके घर तक तुरन्त पहुंचाना प्रदेश सरकार की जिम्मेदारी है।
