नगर व्यापार मंडल महिला उपाध्यक्ष श्रीमती अनीता रावत ने कहा कि कॉलेज प्रशासन ने अगर छात्रों की उचित मांगो पर पहले ही कार्यवाही की होती तो यह नौबत नही आती है। कहा कि कॉलेज प्रशासन की हठधर्मिता की सजा आज दीपक उप्रेती को जेल जाकर चुकानी पड़ रही है। श्रीमती रावत ने भी आंदोलन को अपना पूर्ण समर्थन देने की घोषणा की है। व्यापार मंडल महासचिव मनोज सिंह पवार ने कहा कि कॉलेज प्रशासन और पुलिस की भूमिका इस मुद्दे पर ठीक नही रही है। और कॉलेज प्रशासन को इस मामले को कॉलेज के भीतर ही सुलझा लेना चाहिये था। उन्होने कहा कि वह छात्रों की जायज मांग पर उनके साथ खड़े है और जरूरत होगी तो वह भी छात्रों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर आंदोलन में कूद पड़ेगे।
व्यापार मंडल महासचिव मनोज सिंह पवार ने कहा कि कॉलेज प्रशासन और पुलिस की भूमिका इस मुद्दे पर ठीक नही रही है। और कॉलेज प्रशासन को इस मामले को कॉलेज के भीतर ही सुलझा लेना चाहिये था। उन्होने कहा कि वह छात्रों की जायज मांग पर उनके साथ खड़े है और जरूरत होगी तो वह भी छात्रों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर आंदोलन में कूद पड़ेगे।
नगर व्यापार मंडल के वरिष्ठ उपाध्यक्ष दीपक वर्मा ने भी छात्रों को आंदोलन को अपना पूर्ण समर्थन देने की बात कही हैै। यहां जारी बयान में उन्होने कहा कि यदि कॉलेज प्रशासन छात्रों की मांगो के प्रति संवेदनशील होता तो यह नौबत ही नही आती। उन्होने कहा कि सबसे बड़ी शर्म की बात है कि न्यायोचित मांग उठाने पर छात्र संघ अध्यक्ष को जेल जाना पड़ रहा है। उन्होने कहा कि कॉलेज प्रशासन को अपनी हठधर्मिता त्यागकर एक उदाहरण प्रस्तुत करना चाहिये था। लेकिन कॉलेज प्रशासन अपनी जिद से एक होनहार छात्र का कैरियर बर्बाद कर रहा है।




