उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी की मांग— चुनाव ड्यूटी में लगे कर्मचारियों अधिकारियों को अपमानित करने वाले कुलपति मांगे सार्वजनिक माफी

Newsdesk Uttranews
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उत्तरा न्यूज अल्मोड़ा। उत्तराखंड परिवर्तन परिवर्तन पार्टी ने चुनाव ड्यूटी में लगे कर्मचारी अधिकारियों को अपमानित करने वाले पत्र को लेकर कुलपति डा. केएस राणा से सार्वजनिक रूप से माफ़ी मांगने की मांग की है।


उपपा के केंद्रीय अध्यक्ष और विश्वविद्यालय में प्रखर छात्र युवा नेता रहे पी. सी. तिवारी ने कहा कि सत्ता तक ऊंची पहुंच के कारण कायदे कानून और परंपराओं को ताक में रखकर प्रभारी कुलपति बनाए गए डॉक्टर राणा के पत्रों से राज्य में गहरा आक्रोश पैदा हो रहा है।
यहां उपपा की बैठक के बाद ज़ारी एक बयान में उपपा के केंद्रीय अध्यक्ष पी. सी. तिवारी ने कहा कि कुलपति ने चुनाव आयुक्त को पत्र लिखकर प्रोफेसर्स और एसोसिएट प्रोफेसर्स को सम्मानित वर्ग बताते हुए कहा कि उनको गांव गली की ड्यूटी पर भेजना उनकी गरिमा के विरुद्ध है जिससे साफ़ पता चलता है कि कुलपति चुनाव ड्यूटी के लिए गलियों और गांवों में जाने वाले शिक्षक और अन्य लोगों को कमतर मानकर उनका अपमान कर रहे हैं जबकि लोकतंत्र में निष्पक्ष चुनाव कराने में भागीदार होना हमारी लोकतांत्रिक प्रक्रिया का आधार है और राष्ट्रीय कर्तव्य है।

उपपा के केंद्रीय अध्यक्ष ने कहा कि याद नहीं आता कुमाऊं विश्वविद्यालय की स्थापना से लेकर आज तक यहां बनाए गए तमाम कुलपतियों ने कभी भी इस तरह की छिछली और सतही बाते कही हों। उपपा ने कहा कि कुलपति ने पहले उत्तराखंड राज्य निर्माण की भावनाओं को समझे बिना इसमें उत्तरप्रदेश के कई जिलों को उत्तराखंड में मिलाने हेतु प्रधानमंत्री को पत्र लिखने और अब बड़ी मेहनत से पंचायत चुनाव कराने वाले लाखों कर्मचारियों को अपमानित करने वाला बयान देकर विश्व विद्यालय की गरिमा को ठेस पहुंचाई है जिससे विश्व विद्यालय से जुड़े और जुड़े रहे लोग आक्रोश में हैं। उपपा अध्यक्ष ने कहा कि यह आम चर्चा है कि राजनीतिक रूप से प्रभावी कुछ शक्तियां कुलपति के माध्यम से अपने निहित स्वार्थों की पूर्ति करना चाहते हैं जिनकी शह पर कुलपति उद्दंडता से ऐसी हरकतें कर रहे हैं जिन्हें बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

https://uttranews.com/2019/10/20/jila-panchayat-seat-ka-arakshan-tay/