घायल गोवंशीय पशु के उपचार की मांग,पशुपालन विभाग और पालिका की लापरवाही के चलते धारकी तूनी में तड़प रहा है गोवंशीय पशु, लोगों ने त्वरित उपचार नहीं मिलने पर दी आंदोलन की चेतावनी

अल्मोड़ा। नगर के नागरिकों ने अल्मोड़ा के लिंक मार्ग थपलिया में घायलअवस्था में मिले गोवंशीय पशु(बैल)को त्वरित उपचार दिए जाने की मांग की है। लोगों…

अल्मोड़ा। नगर के नागरिकों ने अल्मोड़ा के लिंक मार्ग थपलिया में घायलअवस्था में मिले गोवंशीय पशु(बैल)को त्वरित उपचार दिए जाने की मांग की है। लोगों ने कहा कि यह बैल 20 अगस्त को गिर कर घायल हो गया था। 28 अगस्त को जिलाधिकारी के आदेश के अनुसार इसे पशुपालन और नगरपालिका ने उपचार के लिए एनटीडी जनमिलन केन्द्र डाल दिया और लावारिस हालत में छोड़ दिया। 30 अगस्त को उसे धार की तूनी स्थित गैराज में तड़पने को छोड़ दिया है। ऐसी स्थिति में लोग नाराज हैंं उन्होंने पशुपालन विभाग की गैरजिम्मेदाराना रवैये पर नाराजगी जताते हुए कहा कि पालिका और पशुपालन विभाग की लापरवाही से यह बेजुबान तड़पने को मजबूर है। लोगों ने डीएम से इस मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल उक्त घायल गोवंशीय पशु का उपचार की व्यवस्था करने और ऐसा नहीं किए जाने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। लोगों ने डीएम को ज्ञापन देने वालों में हरीश जोशी, सतेन्द्र तिवारी,दीप चन्द्र जोशी,देवकी जोशी,भोलादत्त मेलकानी,अनूप साह, सोनू कनवाल,कमल सिंह, मनोज कुमार आदि नागरिकों के हस्ताक्षर हैं। उन्होंने ज्ञापन के साथ उपचार के लिए तड़प रहे गोवंशीय पशु का चित्र भी संलग्न किया है।