अल्मोड़ा: अंकिता भंडारी हत्याकांड को लेकर पूरे प्रदेश में गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा है।आज अल्मोड़ा के विधायक मनोज तिवारी ने सीबीआई जांच की मांग को दोहराते हुए कहा कि जब तक अंकिता को इंसाफ नहीं मिलेगा, तब तक कांग्रेस चुप नहीं बैठेगी। उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले की CBI से जांच कराई जाए, ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके।
बुधवार को जिला कांग्रेस दफ्तर में पत्रकारों से बात करते हुए मनोज तिवारी ने बताया कि इसी मांग को लेकर 5 जनवरी को जिला मुख्यालय में धरना-प्रदर्शन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह लड़ाई किसी एक पार्टी की नहीं, बल्कि हर उस घर की है, जहां बेटी है। तिवारी ने आम लोगों से भी धरने में पहुंचने की अपील की।
विधायक मनोज तिवारी ने कहा कि आज उत्तराखंड में हालात ऐसे हो गए हैं कि बेटियों की सुरक्षा पर सवाल खड़े हो रहे हैं। सितंबर 2022 में अंकिता की हत्या के बाद से ही सरकार का रवैया ठीक नहीं रहा। घटना के बाद रिसॉर्ट पर बुलडोजर चलाने से साफ तौर पर जाहिर होता कि इससे सूबूत खत्म का प्रयास किया गया।
उन्होंने यह भी कहा कि अब भाजपा के एक पूर्व विधायक की खुद को पत्नी बताने वाली महिला के बयान सामने आ रहे हैं, जिससे मामला और उलझता जा रहा है। इस पूरे मामले में सत्ता पक्ष के बड़े-बड़े लोग भी सवालों के घेरे में आ गए हैं।
तिवारी ने कहा कि अब यह मामला सिर्फ उत्तराखंड तक सीमित नहीं रहा है, बल्कि देशभर में इसकी चर्चा हो रही है। कांग्रेस ने साफ कर दिया है कि अंकिता के परिवार को इंसाफ दिलाने तक यह लड़ाई जारी रहेगी।
इस मौके पर कांग्रेस जिलाध्यक्ष भूपेंद्र भोज, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष प्रकाश चंद्र जोशी, महिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष राधा भंडारी, नगर अध्यक्ष तारा चंद्र जोशी, पूर्व दर्जा मंत्री पूरन रौतेला, भैरव गोस्वामी, सुशील साह,पार्षद दीपक कुमार समेत कई कार्यकर्ता मौजूद रहे।
