हर सर्दियों में अंगीठी जलाने से दम घुटने के मामले अक्सर सामने आते हैं। प्रशासन और विशेषज्ञ बार-बार चेतावनी देते हैं कि बंद कमरे में अंगीठी जलाना खतरनाक है, लेकिन इसके बावजूद लोग ये गलती दोबारा इसी गलती को करते है जो उनकी जान पर भारी पड़ती है। ऐसा ही एक हादसा नैनीताल में हुआ, जहां उत्तर प्रदेश के मनीष गांधी अपनी कार में अंगीठी जलाकर सो गए और दम घुटने से उनकी मौत हो गई।
मनीष नोएडा से पर्यटकों को नैनीताल घुमाने आए थे। दिनभर घूमने के बाद उन्होंने सभी पर्यटकों को होटल छोड़कर अपनी कार पार्किंग में खड़ी की। ठंड लगने के कारण उन्होंने कार के अंदर ही कोयले की अंगीठी जलाई और पीछे की सीट पर कंबल ओढ़कर सो गए।
सुबह जब कार में कोई हलचल नहीं हुई, तो पार्किंग कार के कर्मचारी पास गए। उन्होंने आवाज दी, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। जिसकी सूचना उन्होंने तत्काल पुलिस को दी। पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर गाड़ी का शीशा तोड़कर मनीष को बाहर निकाला। तब तक उनका दम घुट चुका था और उनके मुँह से धुआँ निकल रहा था। उन्हें नगर के बीडी पांडे अस्पताल ले जाया गया, जहां पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
कोतवाल हेम चंद्र पंत ने बताया कि अंगीठी पास में ही रखी थी। परिजनों को घटना की जानकारी दे दी गई है। उनके आने के बाद पंचनामा और आगे की कार्रवाई की जाएगी।
विशेषज्ञों का कहना है कि ठंड से बचने के लिए अंगीठी या हीटर जलाना आम बात है, लेकिन बंद कमरे में यह जानलेवा हो सकता है। कोयले जलने से निकलने वाली गैस से दम घुटने की घटनाएं अक्सर होती हैं। इसलिए सर्दियों में सुरक्षा का ध्यान रखना बेहद जरूरी है।
