नए साल के मौके पर यात्रियों की भीड़ काफी ज्यादा बढ़ जाती है। ऐसे में नोएडा बस डिपो से उत्तराखंड के प्रमुख शहरों के लिए स्पेशल बस चलाई जा रही हैं।
उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की ओर से 30 दिसंबर से हरिद्वार, देहरादून, कोटद्वार और हल्द्वानी के लिए अतिरिक्त बसें चलाई जा रही है। यह सुविधा करीब एक सप्ताह के लिए उपलब्ध रहेगी जिससे नए साल पर उत्तराखंड जाने वाली यात्रियों को राहत मिल सके।
परिवहन निगम के अधिकारियों का कहना है कि हर साल नए साल के जश्न में बड़ी संख्या में लोग हरिद्वार, देहरादून, कोटद्वार और हल्द्वानी जाते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए इस बार अतिरिक्त बसों को बढ़ाया गया है।
वर्तमान में नोएडा और ग्रेटर नोएडा डिपो में कुल 305 बसें संचालित है जिसमें 188 बसें केवल नोएडा डिपो के अंतर्गत आती हैं।
नोएडा डिपो की सभी बसें साधारण और सीएनजी से संचालित होती है। डिपो से प्रदेश के कई शहरों के लिए नियमित बस सेवा पहले से ही उपलब्ध है। यात्रियों की सुविधा के लिए सभी बसों में ऑनलाइन टिकट बुक करने की व्यवस्था कर दी गई है।
यात्री उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की आधिकारिक वेबसाइट www.upsrtc.up.gov.in पर जाकर आसानी से सीट बुक कर सकते हैं।
क्षेत्रीय प्रबंधक (गौतमबुद्ध नगर) मनोज कुमार ने बताया कि फिलहाल नोएडा डिपो से हरिद्वार के लिए चार, कोटद्वार के लिए चार, देहरादून के लिए एक और हल्द्वानी के लिए एक बस नियमित रूप से चलाई जा रही है।
30 दिसंबर से प्रत्येक शहर के लिए 2 से 3 अतिरिक्त बसें अस्थायी रूप से चलाई जाएंगी, ताकि यात्रियों को किसी तरह की परेशानी न हो।
हालांकि नोएडा डिपो की अपनी कोई वातानुकूलित बस नहीं है। एसी बसों की सुविधा लेने वाले यात्रियों को दिल्ली या गाजियाबाद से बसों को पकड़ना होगा।
हरिद्वार, देहरादून, कोटद्वार और हल्द्वानी के लिए एसी बसें वहीं से संचालित होती हैं और ये नोएडा डिपो होकर नहीं गुजरतीं।
वहीं, पर्वतीय इलाकों के लिए जाने वाली अधिकांश ट्रेनों में सीटें पहले ही फुल हो चुकी हैं। कुछ ही ट्रेनों में सीमित सीटें उपलब्ध हैं। ऐसे में जिन यात्रियों को ट्रेन में टिकट नहीं मिला है, उनके लिए बस यात्रा एक बेहतर विकल्प बनकर सामने आई है।
ध्यान देने वाली बात यह भी है कि नोएडा डिपो से लंबी दूरी के पहाड़ी राज्यों जैसे हिमाचल प्रदेश और जम्मू के लिए बस सेवा उपलब्ध नहीं है। इन स्थानों के लिए भी यात्रियों को दिल्ली के बस अड्डों पर निर्भर रहना होगा।
