पंजाब नेशनल बैंक ने शुक्रवार को एक बड़ा खुलासा किया। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ने भारतीय रिजर्व बैंक को 2434 करोड रुपए की एक बड़ी कर्जदार धोखाधड़ी के बारे में बताया।
यह मामला SREI इक्विपमेंट फाइनेंस (SEFL) और SREI इन्फ्रास्ट्रक्चर फाइनेंस (SIFL) के पूर्व प्रमोटरों से जुड़ा है। पंजाब नेशनल बैंक में बताया कि SEFL से संबंधित धोखाधड़ी 1,240.94 करोड़ रुपये की है।
इसके लिए बैंक में पूरी राशि का प्रावधान कर लिया वहीं, SIFL से जुड़ा मामला 1,193.06 करोड़ रुपये का है। इसके लिए भी पीएनबी ने पूरा प्रावधान कर लिया है।
यह तो कंपनियां कॉर्पोरेट इन्सॉल्वेंसी रेजोल्यूशन प्रोसेस (CIRP) के तहत नेशनल कंपनी अपीलेट ट्रिब्यूनल (NCLT) की ओर से सफलतापूर्वक रिजॉल्व की जा चुकी हैं।
पंजाब नेशनल बैंक में यह जानकारी बाजार बंद होने के बाद दी नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर इस दिन बैंक के शेयर 0.6% गिरकर 120.25 रुपये पर बंद हुए। पीएनबी एक सरकारी बैंक है या मामला उन लोगों से जुड़ा है जो पहले SEFL और SIFL के प्रमोटर थे।
बैंक ने साफ किया है कि SEFL से जुड़े 1,240.94 करोड़ रुपये के मामले में उसने 100% प्रावधान कर लिया है। इसका मतलब है कि बैंक ने इस नुकसान को पूरा करने के लिए पैसे अलग रख दिए हैं।
इसी तरह, SIFL से संबंधित 1,193.06 करोड़ रुपये के मामले में भी पीएनबी ने पूरी राशि का प्रावधान किया है। ये दोनों कंपनियां अब दिवालियापन समाधान प्रक्रिया से गुजर चुकी हैं और NCLT ने इनका समाधान कर दिया है।
