यूपी के गोरखपुर के शाहपुर इलाके में एक युवक को उत्तराखंड में नौकरी देने का झांसा देकर ठगी करने वाले गिरोह के सरगना सुधीर कुमार मिश्रा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उसने उधम सिंह नगर के डीएम का फर्जी हस्ताक्षर करके वसूली की थी।
गिरोह में शामिल एक आरोपी खुद को लिपिक बात कर फोन पर लगातार बात करता रहा जिससे युवक को भी यकीन हो गया कि वह नौकरी लगवा देगा लेकिन बाद में सब फर्जी निकला। इसके बाद शाहपुर थाने में केस दर्ज कर आरोपी की तलाश चल रही थी।
बिछिया के रहने वाले अभिषेक तिवारी ने 2024 में दस लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराया था। अभिषेक के मुताबिक उसके पिता विनोद कुमार से उत्तराखंड के ऊधम सिंह नगर निवासी सुधीर कुमार मिश्र ने जान पहचान की। वह एक शादी में आए थे और फिर वही से उनकी सुधीर से मुलाकात हुई थी। सुधीर ने उसके पिता से कहा था कि आपका बेटा क्या कर रहा है।
पिता के यह बताने पर कि वह भी तैयारी कर रहा है सुधीर ने कहा कि वह उत्तराखंड में उसे सरकारी नौकरी दिलवा देगा। वहां उसकी जान पहचान है। इसके बाद उसने रूपयो की मांग की। पिता ने विश्वास करके सुधीर उसकी पत्नी पूनम मिश्रा सहित अन्य के खातों में कई बार रुपए भेजें।
इसके बाद डीएम के हस्ताक्षर वाला एक पत्र उन्हें मिला जिसमें अभिषेक का नाम प्रतीक्षा सूची में था। कुछ दिन बाद नियुक्ति पत्र भी मिला और फिर रुपयों की मांग की गई। कुल साढ़े छह लाख रुपये लेने के बाद नियुक्त पत्र की कॉपी दी।
ऊधम सिंह नगर जाने पर पता चला कि सब कुछ पूरी तरह फर्जी है। इसके बाद पीड़ित ने केस दर्ज कराया। पुलिस ने केस दर्ज कर सरगना सुधीर को गिरफ्तार कर लिया। एसओ चंद्रभान सिंह ने बताया कि पूरे प्रकरण की गंभीरता से जांच की जा रही है।
जांच और साक्ष्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।आरोपी सुधीर एक ट्रांसपोर्ट कंपनी में कर्मचारी है। वह इसी सिलसिले अक्सर अन्य शहरों में जाता रहता है और फिर दोस्ती बढ़ाकर जालसाजी करता है।
सरगना सुधीर, उसकी पत्नी पूनम के अलावा इस केस में अर्जुन छाबड़ा, चंद्रपाल सिंह, इमरान हुसैन, सादाबनाज, राधारानी, अजय सागर, हरिश प्रजापति, फैजराज खान पर केस दर्ज हुआ था। ये सभी उत्तराखंड के ही रहने वाले हैं। पुलिस बाकी आरोपियों की तलाश में जुटी है।
