महाराष्ट्र के लातूर जिले से एक बड़ी खबर सामने आ रही है जिसमें सभी के रोंगटे खड़े कर दिए हैं। बताया जा रहा है कि यहां एक युवक ने जीवन बीमा के रकम पाने के लिए अपने ही मौत का नाटक रचा। आरोपी का नाम गणेश चव्हाण है, जिसने करीब एक करोड़ रुपये का जीवन बीमा कराया था।
इसका इरादा इस रकम से अपने घर का लोन चुकाने का था लेकिन बीमा के रकम तभी मिलती जब उसकी मौत हो जाती। इसी सोच ने उसे एक बेहद खतरनाक और अमानवीय रास्ते पर लाने को मजबूत कर दिया। पुलिस जांच में सामने आया कि गणेश ने अपनी योजना को अंजाम देने के लिए सड़क से एक व्यक्ति को लिफ्ट दी।
उस व्यक्ति का नाम गोविंद यादव था। गोविंद नशे में था। गणेश ने इसी कमजोरी का फायदा उठाया। रास्ते में एक जगह कार को रोककर गोविंद को खाना खाने दिया फिर वह गहरी नींद में सो गया। इसके बाद गणेश ने उसे खींचकर ड्राइवर की सीट पर बिठा दिया और कार में आग लगा दी।
कुछ समय बाद पुलिस को एक जली हुई कार और बुरी तरह जला हुआ शव मिला। कार से मालिक के कागजात भी मिले जिससे शव की पहचान गणेश चव्हाण के रूप में की गई। पुलिस ने उसके परिवार को सूचना दी। परिवार ने भी बताया कि गणेश घर नहीं लौटा और उसका फोन बंद है। शुरुआती जांच में सबको यही लगा कि गणेश की जलकर मौत हो गई है।
हालांकि जांच के दौरान कुछ बातें पुलिस को परेशान करने लगी। मौत की परिस्थितियों पूरी तरह साफ नहीं थी। इसी बीच पुलिस ने गणेश की गर्लफ्रेंड के बारे में भी पता लगाया। जब उससे पूछताछ की गई तो उसने बताया कि घटना के बाद भी गणेश उसके संपर्क में था लेकिन एक दूसरे मोबाइल नंबर से यही से पूरा मामला बदल गया।
पुलिस ने उस दूसरे मोबाइल नंबर को ट्रैक किया और गणेश तक पहुंच गई। इसके बाद उसे हिरासत में लेकर सख्त पूछताछ की गई। पूछताछ में गणेश टूट गया और उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। उसने बताया कि उसने जानबूझकर अपनी कलाई का ब्रेसलेट कार में छोड़ दिया था ताकि पुलिस और परिवार को यकीन हो जाए कि वह मर चुका है।
पुलिस के मुताबिक यह पूरी वारदात बेहद सोच समझकर रची हुई एक साजिश थी लेकिन गर्लफ्रेंड को किए गए मैसेज उसके सबसे बड़ी गलती साबित हुए फिलहाल गणेश के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है और पुलिस आगे की जांच कर रही है। यह भी पता लगाया जा रहा है की साजिश में आखिर कौन-कौन शामिल है।
