एम्स के डॉक्टर ने किया दावा…2 घंटे की सर्जरी के बाद और डायबिटीज से मिलेगा छुटकारा

एम्स के डॉक्टर ने किया दावा…2 घंटे की सर्जरी के बाद और डायबिटीज से मिलेगा छुटकारा डायबिटीज के मरीजों के लिए अच्छी खबर सामने आई…

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एम्स के डॉक्टर ने किया दावा…2 घंटे की सर्जरी के बाद और डायबिटीज से मिलेगा छुटकारा

डायबिटीज के मरीजों के लिए अच्छी खबर सामने आई है, अब डायबिटीज से छुटकारा मिल सकेगा।
इसके लिए कुछ ज्यादा मेहनत करने की भी जरूरत नहीं है। सिर्फ दो घंटे की सर्जरी होगी जिसके बाद आपको छुटकारा मिल पाएगा। सर्जरी के 24 घंटे के अंदर अनकंट्रोल डायबिटीज ठीक हो जाती है।

एम्स के सर्जन का दावा करते हुए कहा है कि 35 मरीजों ने यह सर्जरी कराई और सभी मरीज किया डायबिटीज गायब हो गया है। डॉक्टर ने कहा कि मोटापे के लिए शुरू की गई इस सर्जरी से डायबिटीज भी क्योर हो रहा है और अब लोग अनकंट्रोल डायबिटीज के लिए यह सर्जरी करा सकते हैं। एम्स के सर्जरी विभाग के अडिशनल प्रोफेसर डॉ. मंजूनाथ ने बताया पिछले एक से सवा साल के बीच 120 में से 35 ऐसे मरीज थे, जिन्होंने केवल डायबिटीज की वजह से यह सर्जरी कराई थी।

केस स्टडी 1 : डायबिटीज की सर्जरी कराने वाले में एक सांसद है। जिनकी उम्र 65 वर्ष है, बॉडी मास इंडैक्स 27 से ज्यादा था। HbA1c 11.7 था। शुगर लेवल अनकंट्रोल था। वह करीब 15 साल से डायबिटीज के मरीज थे और रोजाना 4 दवाओं के बाद भी शुगर लेवल कंट्रोल में नहीं आता था। सर्जरी के बाद लगभग 5 महीने हो गए, उन्हें शुगर कंट्रोल के लिए दवा की जरूरत नहीं पड़ रही है।

केस स्टडी 2 : हार्ट अटैक की शिकार एक महिला इलाज के लिए कार्डियोलॉजी डिपार्टमेंट पहुंची। जहां पर डॉक्टर ने ब्लॉकेज की समस्या बताई। उन्हें डायबिटीज भी थी। उन्हें हमारे विभाग में रेफर किया। पीड़ित महिला ने कहा कि हार्ट अटैक का तो पता नहीं, कम से कम डायबिटीज से ही छुटकारा मिल जाए। जिसके बाद उनकी सर्जरी इस साल मई में की, तब से लेकर अब तक उनका शुगर लेवल कंट्रोल में है।
किसके लिए है यह सर्जरी

डॉक्टर मंजूनाथ ने बताया कि वह लोग जो दो साल से डायबिटीज के मरीज हो, HbA1c का लेवल 7.5 से ज्यादा हो, कम से कम 3 दवाओं के इस्तेमाल के बाद भी शुगर कंट्रोल में नही आता था।

जो लोग 15 साल से भी ज्यादा समय से डायबिटीज के मरीज है, जिन्हें इंसुलिन की 100 यूनिट तक लेनी पड़ती हो। दूसरा जिनका HbA1c का स्तर 6.5 है, उन्हें इस भी जरूरत नहीं होती है।

मंजूनाथ ने बताया कि इस सर्जरी में पहले पेट के साइज को छोटा कर इसे एक ट्यूब में बदला जाता है। इसमें पेट के जिस हिस्से प्रकार के हार्मोन बनते है, उसे फूड पाइप में आने से रोका जाता है। इसमें फूड पाइप को बाईपास तरीके से इंटेस्टाइन में जोड़ा जाता है, जिससे यह प्रक्रिया डायबिटीज को कंट्रोल करती है।

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