देवभूमि उत्तराखंड में नशे के खिलाफ अभियान अब और तेज होगा। नशा मुक्त देवभूमि मिशन की समीक्षा बैठक में अपर पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था वी मुरुगेशन ने सभी जिलों को निर्देश दिए कि नशे से जुड़े अपराधियों पर गैंगस्टर एक्ट और एनडीपीएस एक्ट के तहत कड़ी कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि ऐसे तस्करों की अवैध संपत्ति भी कुर्क की जाएगी।
पुलिस मुख्यालय में हुई बैठक में एडीजी मुरुगेशन ने स्पष्ट किया कि नशे के व्यापार में शामिल लोगों की पूरी हिस्ट्रीशीट तैयार की जाए और उन पर लगातार नजर रखी जाए। उन्होंने कहा कि जिन मामलों में विवेचकों ने अभियुक्तों का आपराधिक रिकॉर्ड और जरूरी तथ्य न्यायालय में पेश नहीं किए हैं, उनकी पहचान कर तुरंत कार्रवाई की जाए।
उन्होंने यह भी कहा कि बरामद मादक पदार्थों की रिपोर्ट मिलने के बाद भी जिन मामलों की जांच लंबित है, उन पर समीक्षा की जाए और दोषी विवेचकों के खिलाफ अनुशासनात्मक कदम उठाए जाएं। तस्करों के नेटवर्क और वित्तीय लेन-देन में लापरवाही करने वाले विवेचकों की पहचान कर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए गए।
एडीजी ने सभी विवेचकों को दो माह के भीतर लंबित जांच पूरी करने का आदेश दिया। साथ ही वर्ष 2023 और 2024 के लंबित अभियोगों की जांच भी तय समय में निपटाने को कहा गया। बैठक में पुलिस महानिरीक्षक सुनील कुमार मीणा, पुलिस उपमहानिरीक्षक धीरेंद्र गुंज्याल और उपमहानिरीक्षक अपराध एवं कानून व्यवस्था विशाखा अशोक भदाणे भी मौजूद रहे। यह अभियान उत्तराखंड में नशे के नेटवर्क को तोड़ने की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है।
